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| Credit @Sportskeeda |
AIFF ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन के प्रेसिडेंट ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी थी और इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन्होंने बहुत बड़े मुद्दे पर बात की है|
आज हम उसी बात के उपर चर्चा करेंगे और बात करेंगे मनोलो मार्केज़ के फ्यूचर के बारे में स्ट्राइकर क्राइसिस के बारे में ओसीआई प्लेयर्स का क्या आ रहा है उसके बारे में, और स्टेडियम इन्फ्राटेक्चार हमारे टीम्स में जो बदलाव आने वाले उसके बारे में|
बहुत कुछ है बात करने लायक बहुत कुछ है बाल की खाल करने लायक तो सबसे पहले चलते हैं और बात करते हैं हमारे नेशनल टीम के कोच की क्योकि नेशनल टीम का जो प्रॉब्लम चल रहा है इतने दिन से हम सबको पता है कि, क्या हाल हो चुका है हमारे नेशनल टीम का|
बिना गोल के जीतना
और अभी ऐसी न्यूज़ निकल कर आ रही है कि मनोलो मार्केज़ जा रहे हैं और एक्सपेक्टेड था क्योंकि कुछ दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस थी और इसमें कुछ नई अपडेट मिली है रिगार्डिंग द कोच, लेकिन असल में क्या हुआ इस डिसीजन को जो है कोच के 29 जून को ढकेला गया|
29 जून को और एक एग्जीक्यूटिव मीटिंग है AIFF ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरल की जहां पर फिर से खराब केक पर क्रीम लगाया जाएगा देखो मनोलो एक अच्छा कोच रहे है हम सबको पता है| उनकी स्ट्रांग अंडरस्टैंडिंग है ऑफ इंडियन फुटबॉल यह भी हमको पता है|
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| credit @Outlook India |
लेकिन बिना गोल के जीतना यह तो नामुम्किन है और मनोलो मार्केज़ बोल रहे हैं कि, इनके लेवल्स यही तक है क्योंकि जब उनको सवाल पूछा गया कि यह प्लेयर्स यह पंच ऑफ प्लेयर्स इंडियन सुपर लीग में तो अच्छा कर रहे हैं लेकिन जब भी इंटरनेशनल की जर्सी पहनते हैं तो इनको क्या हो जाता है|
मनोलो मार्केज़ ने एक ही सवाल बताया की लेवल्स इनके नहीं निकालेंगे क्योंकि इनका लेवल इंटरनेशनल लेवल को मैच नहीं करता, जब कोच ऐसी चीज बता रहा है तो सिंपल सी बात है, की कुछ तोगड़बड़ है इंटरनेशनल टीम में और हमारे इंडियन सुपर लीग में|
इस बात की अगर प्रॉपर एनालाईसिस कर दिया जाए तो कोच के फ्यूचर पर सस्पेंस छोड़ा गया है| पर असली प्रॉब्लम कोचिंग से ज्यादा टीम के स्ट्रक्चर में और टीम के अटैकिंग ऑप्शंस की है जिसको प्रॉपर तरीके से जो है देखा नहीं जा रहा| स्ट्राइकर आपके पास नहीं है,गोल स्कोरर आपके पास नहीं है|
कल्याण साहब ने क्या बोला
तो अगर आप कोच गार्डीयला को भी लेकर आओ जोजे मरीनो को भी लेकर आओ तो वो भी आपकी टीम को मदद नहीं कर पाएंगे, बड़ी साधारण सी बात है, लास्ट तीन कोचों के पास में एक ही प्रॉपर नंबर नाइन था और एक ही प्रॉपर स्ट्राइकर था,और वह था सुनील छेत्री उनको छोड़ कर कोई स्ट्राइकर हमारे पास है ही नहीं|
और इस बात पर क्या बोल रहे हैं कि यह तो क्राइसिस है यह कल्याण साहब बोल रहे है जैसे हमको पता ही नहीं था जिसे वहां पर जो प्रेस वाले बैठे थे उनको पता ही नहीं था चलो उनको तो पता ही नहीं होगा क्योंकि एक प्रेस वाले ने तो ऐसा सवाल पूछा सर क्या आप एक बॉर्डरगावस्कर जैसी ट्रोफी रख सकते हो|
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| credit @Hindustan Times |
सर क्या आप आईपीएल मॉडल को इंप्लीमेंट कर सकते हो तो भाई इसको तो फुटबॉल के बारे में कुछ पता ही नहीं होगा फुटबॉल का एफ भी नहीं पता होगा इस बंदे को ऐसा लगता है कि इसको पैसे देकर यहाँ पर बुलाया गया होगा|
क्योंकि कोई भी बंदा जो फुटबॉल को फॉलो कर रहा है ऐसा सवाल कभी जिंदगी में नहीं करेगा, बैक टू द स्ट्राइकर इशू हम सबको पता है|इस प्रॉब्लम का डायग्नोसिस हुआ है ये हम सबको पता है हम सब यहां पर बैठकर डायग्नोसिस करके बैठेंगे हमारा क्या प्रॉब्लम चल रहा है कैसे प्रॉब्लम चल रहा है|
आप सॉल्यूशन बताओ हमें हमको सॉल्यूशन जानना है तो सॉल्यूशन क्या बता रहे हैं पता है| ऑफीशियली तो नहीं बोले लेकिन बोले की यार हमको थोड़े से यहां पर फोर्नेर्स कम करने पड़ेंगे हमारे इंडियन सुपर लीग में और इंडियन प्लेयर्स को जो है ज्यादा मौका यहां पर देना पड़ेगा|
इंडियन टीम से फ़ोरनर्स बाहर
अगर ये रिड्यूस करेंगे फॉरेनर्स तो चार करेंगे तीन करेंगे अभी चार हैं ऑलरेडी तीन करेंगे दो करेंगे एक स्ट्राइकर खेलेगा एक सेंटर बैक खेलेगा या फिर 1 मिड फिल्टर खेलेगा क्योंकि इंडियन प्लेयर्स के ऊपर कोई भी क्लब बैंक नहीं करेगा इंडियन स्ट्राइकर के ऊपर सॉरी कोई भी बैंक नहीं करेगा|
इंडियन स्ट्राइकर टू प्ले इन इंडियन सुपर लीग क्योकि वह लेवल आने तक बहुत लेट हो जाएगा क्लब की वाट लग जाएगी तो यह डिसीजन आईएसएल स्टेकहोल्डर का है| बहुत लोग कंफ्यूज हो जाएंगे की भाई यहां पर कल्याण चोबे ने ऐलान किया है कि आईएसएल में जो है हम लोग फॉरनर्स कम करने वाले है|
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| credit @Firstpost |
नहीं कर सकते भाई साहब क्योकि इसमें पूरे स्टेकहोल्डर की इंवॉल्वमेंट होनी चाहिए स्टेकहोल्डर अगर घोषणा करते हैं तभी इस चीज को आपको मानना पड़ेगा AIFF का इसमें कोई हाथ नहीं होता| क्योंकि यह बहुत ही ज्यादा अन रियलिस्टिक एक्सपेक्टेशन होगा अगर हम एक्सपेक्ट कर रहे हैं कि यहां पर ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन कुछ ऐसा कर सकता है|
एक चीज कर सकता है इंडियन सुपर लीग में एक अपनी इंडियन टीम डाल सकता है जो की AIFF रन टीम हो सकती है इसमें लेकिन वह करने का दम नही है किसी में और इंडियन सुपर लीग की बात कर रहे थे वही बात है,उसके बाद में थर्ड पॉइंट पर आते हैं जो कि इन्होंने थोड़ी सी अपने फीफा टैलेंट अकैडमी की यहाँ पर थोड़ी सी तारीफ़ कर दी|
फीफा कप के लिए 30 खिलाडी तैयार
यहाँ पर 30 लडको को सेलेक्ट किया है AIFF फीफा अकेडमी और उनको प्रॉपर ट्रेन कर रहे हैं फीफा के कोच उनको ट्रेन कर रहे हैं और हाल ही में हमने 2025 से जो है मैच खेलन भी स्टार्ट किया जहां पर हमने इंटर काशी को हराया उड़ीसा को हराया जब जमशेदपुर को हराया है, एमबीएसजी को हराया है|
अच्छे मार्जिन से हराया है आप बोल सकते हो या देखो अच्छी काम चल रही है यहां पर 30 प्लेयर्स को रेडी किया जा रहा है और भी पांच ऐसे और एकेडमी स्टार्ट करने की बात हो रही है जहां पर 158 प्लेयर रेडी होंगे अच्छी बात है बहुत ही बढ़िया स्टेप है, रिजल्ट भी दिख रहे हैं पर 30 प्लेयर से आपका नेशनल टीम का सिस्टम फिक्स नहीं होने वाला|
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| credit @Virgin Media |
हर स्टेट में रीजनल एकेडमी चाहिए ऐसे वाले नहीं तो स्कोप जो है वो लिमिटेड होगा और आपको जितना टैलेंट की जरूरत है उतना टैलेंट आपको मिल नहीं पाएगा| जिसको बहुत जल्द से जल्द फिक्स करना पड़ेगा देखो ये बस बात बना रहे हैं| पांच अकादमी से क्या होगा इतना बड़ा देश है क्या लगता है आपको 150 प्लेयर ट्रेनड करने से अच्छा होगा|
हो सकता है,अगर 150 प्लेयर अगर प्रॉपर तरीके से ट्रेन करोगे तो हो सकता है लेकिन यह 150 प्लेयर्स को आपको अच्छे मैच देने पड़ेंगे जिससे इंग्लिश फुटबॉल लीग सिस्टम में होता है जैसे हमने कॉनवेबॉल के सिस्टम में देखा है जैसे हम लोगों ने अभी अफ्रीकन सिस्टम में देखा जहां पे थोड़े चेंज आ रहे हैं तो क्या वह इंडिया अपने सिस्टम में चेंज ला सकती है|
AIFF का डायरेक्ट कंट्रोल
लेकिन डिफिकल्ट है इनकी हालत देखकर तो बहुत डिफिकल्ट लग रहा है चौथा पॉइंट यह था जो इन्फ्राटेक्चार का क्राईसिस अभी चल रहा है हमारे स्टेडियम जो है स्टेडियम में ट्रैक है और आउटडेट्स स्टेडियम है सही स्टेडियम नहीं है स्टेडियम को इंप्रूव करने की जरूरत है, ये स्टेट गवर्नमेंट का काम है इसमें AIFF कितना भी बोलले कितना भी कुछ कर दे|
जब तक स्टेट गवर्नमेंट हां नहीं करेगी इस पर कुछ काम नहीं होगा क्योंकि AIFF के पास इसका डायरेक्ट कंट्रोल है नहीं, करंट रियलिटी की बात करें तो मैच अटेंडेंस तभी बढ़ेगा जब क्वालिटी एंड एक्सेसिबिलिटी दोनों हो अच्छे से तभी फेंस जाएंगे तभी फैंस आके यहां पे ना मैच देखेंगे और एंजॉय करेंगे|
तब तक तो यह यह मैच का एटमॉस्फेयर बिगाड़ देता है यह हंड्रेड परसेंट बात है लेकिन AIFF बोल रही है जो इन्वेस्टमेंट आ रहा है हमने UP गवर्नमेंट के साथ में इन्वेस्टमेंट प्लान किया यह क्या वह किया ये तो हमको 2024 से पता है, अभी नया क्या हुआ यह बताओ ये इनके पास कोई आंसर नहीं है उसके बाद इन्होंने कोचिंग के बारे में बात की है|
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| credit @News Arena |
जैसे कोचिंग स्टैंडर्ड को हमको थोड़ा सा अपग्रेड करना पड़ेगा ये बता रहे हैं कि,जो अवेंजर की टीम है जो अभी कोचिंग स्टाफ है वो इंडिया में है और हमारे कोच के साथ में वह बहुत क्लोजली एजुकेटेड कर रहे हैं उनको क्योंकि हमारी जो प्लेयर सिलेक्शन है इसको इंप्रूव करना पड़ेगा| ये जो भी हेल्प हो रहा है जो भी अवेंजर की टीम काम कर रही है जिसके ऊपर थोड़ी सी ट्रांसफर ऐसी होनी चाहिए|
AIFF के उपर फाइनेंशियल डिपेंडेंसी
थोड़ी सी मॉनिटरिंग होनी चाहिए ठीक से की दिन पर दिन हमारे कोच इंप्रूव हो रहे हैं क्या हमारा प्लेयर सिलेक्शन एट द ग्रोसरी लेवल इंप्रूव हो रहा है नहीं हो रहा है स्काउटिंग प्रक्रिया कैसे चल रहा है अगर यहां पर हमको प्रॉपर ट्रांसपोर्टेशन नहीं मिलेगी तो इट्स ऑफ नो यूज, तो बस वही नाम बड़े दर्शन छोटे वाला सिनेरियो हो जाएगा|
क्योकि सिर्फ बड़े नाम लाने से काफी नहीं होता ओन ग्राउंड का काम भी दिखना चाहिए सिंपल सी बात है सिंपल सी हमारी मांग है, उसके बाद में इन्होंने वूमेंस फुटबॉल के बारे में बात किया एक बात अच्छी की उन्होंने सत्य भाई ने की वूमेंस टीम जो है हमारे अपग्रेड टीम के साथ में खेलेंगे बड़े टीम के साथ में खेलेंगे आने वाले वक्त में अच्छे टीम के साथ में क्वालिटी फ्रेंड लिस्ट खेलेंगे|
लेकिन गर्ल्स को फुटबॉल को सपोर्ट मिलना चाहिए क्योंकि यहां पर AIFF के उपर फाइनेंशियल डिपेंडेंसी है या फिर हमारे ऊपर ही फाइनेंशियल डिस्प्यूट रहेगी तो अच्छी बात नहीं है यहां पर जो प्राइवेट स्टेकहोल्डर है उनके ऊपर भी होनी चाहिए वगैरा क्योंकि अभी हमारे अंदर 13 अंदर 15 के लेवल के जो गर्ल्स है उनको कोई स्पॉन्सर नहीं मिल रहे|
वूमेंस फुटबॉल के लिए एक सेपरेट मार्केटिंग कैंपेन हमको चलना चाहिए या फिर AIFF को एक कैंपेन करना चाहिए जैसे खेलो इंडिया फॉर गर्ल समथिंग लाइक डेट जहां पर गर्ल्स को जो इक्वल ऑपच्यरुनिटीज मिले गर्ल्स को जो एक प्रॉपर इंक्लूजन मिले फुटबॉल में तो ये सब हमको बोलने की जरूरत नहीं है यह सब AIFF का काम है|
महिला टीम के लिए स्पोंसर
पर स्पॉन्सर नहीं मिल रहे बल्कि वह लोग बैठ जाते हैं हाथ पे हाथ रख कर एक प्रॉपर तरीके का प्लान बनाएं स्टेकहोल्डर के पास में जाए उनको प्रॉपर प्रूफ के साथ में प्लांस दिखाएं और उस पर काम करें क्योकि यहाँ पर बैठ कर रोना की भाई स्पॉन्सर नहीं मिल रहे है| ये बहुत कुछ बताता है आप लोगों के बारे में आपके प्लांस के बारे में आपकी क्षमता के बारे में जो है यह बहुत ज्यादा आउट इन द ओपन बताता है|
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| credit @Sports Tiger |
आपसे तो कुछ हो नहीं पा रहा है और आप स्टेकहोल्डर के ऊपर ही बार-बार ब्लेम डाल रहे हो, उसके बाद में बहुत बड़ी इन्होंने घोषणा कर दी कि भाई इंडिया जो है ना एफसी इवेंट करने वाला है जिसे 2031 का ए एफसी कप बिट सोकर हो गया 2030 का वर्ल्ड कप के लिए भी इंडिया बीट कर सकता है ऐसा बताया जा रहा है|
होस्टिंग इवेंट्स फुटबॉल इकोसिस्टम इंप्रूव हो सकता है कोर्स करने से इवेंट्स वगैरा लेकिन जब तक परफॉर्मेंस और इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं सुधारते यह सिर्फ सिंबॉलिक जेस्चर रहेंगे जब तक आपकी टीम अच्छी परफॉर्म नहीं करेगी और आप यहां पर होस्टिंग की बात करेंगे क्या फायदा जापान से तीन जीरो से हारोगे कतर से 2-0 से हारोगे|
जब आप होस्ट भी कर रहे हो तो आपकी टीम अच्छा खेले देखो होस्टिंग एशिया कप बिना स्ट्रांग नेशनल टीम के सिर्फ व्हाइट एलिफेंट इन्वेस्टमेंट बन सकता है बाकी कुछ नहीं बन सकता दोस्तों ठीक है उसके लिए बहुत ओं ग्राउंड काम करना पड़ेगा और ओं ग्राउंड काम करने के लिए इतना वक्त नहीं है|
2031 की बात हो रही है तो नेक्स्ट सिक्स इयर्स में जो है आप एशिया कप होस्ट करना चाहते हो और आप बोल रहे हो भाई अगर आपको ए एफसी क्वालीफाई करना है ए एफसी में अच्छा परफॉर्म करना है तो आपको 10 साल की प्लानिंग करनी पड़ेगी|
OCI के बारे में अपडेट
तो आपकी खुद के शब्द मैच अप नहीं कर पा रहे एक इजी है यहां पर ओसिआई के बारे में बहुत लोग पूछ रहे थे इसके बारे में क्या बोला कल्याण चोबे ने देखो OCI के बारे में अपडेट दी है 33 OCI या प्लेयर के साथ कांटेक्ट में है अभी कौन से प्लेयर है क्या लिस्ट है किसने लिस्ट बनाई है कौन से कमेटी ने बनाई है कौन से आदमी ने ये लिस्ट बनाई है इसके बारे में कोई उन्होंने अपडेट हमको नहीं दिया|
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| credit @ESPN |
बस यह बोला कि 33 प्लेयर के साथ में AIFF यानी ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन कांटेक्ट में है यह कौन से प्लेयर है नहीं पता कुछ को कार्ड मिल चुके हैं ऐसा बताया जा रहा है| गवर्नमेंट से परमिशन का प्रोसेस भी जो है वह चल रहा है ऐसा बताया जा रहा है क्या एमईए के साथ उन्होंने बात की है क्या एक्शन मिनिस्ट्री के साथ में यह कांटेक्ट में है|
कितने प्लेयर के साथ में सही में कांटेक्ट में है कितने प्लेयर के साथ में यह सही में बात कर रहे हैं इसके ऊपर कोई अपडेट नहीं है ये अभी फिलहाल अंधेरे में तीर मारा है|रेयान विलियम के बारे में जो है बहुत जल्द इंडियन नेशनल टीम के कलर्स में दिख सकते हैं उन्होंने अपना प्रक्रिया सब कुछ स्टार्ट कर दिया है|
और एक चीज है जैसे बहुत सारे जर्नलिस्ट ने बहुत सारे युटयुबर्स ने भी बात बताई होगी आपको वन ऑफ द बेस्ट राइट विंगर्स होंगे अगले साल भी वो खेलेंगे उसके बाद भी खेलेंगे तब भी वह वन ऑफ द बेस्ट राइट विंगर रहेंगे क्योंकि उनकी क्वालिटी मैच करने वाला राइट विंगर अभी तक इंडिया में नहीं है|
रयान विलियम एक बहुत बड़े एसेट हो सकते हैं फॉर द इंडियन नेशनल टीम और ये जो गोल स्कोरिंग का प्रॉब्लम सॉल्व करना चाहते हैं ऐसा लग रहा है इनको की यह बहुत जल्द सॉल्व होने वाला है जो कि हमारे हिसाब से नहीं सॉल्व हो सकता अंटील अनलेस यू ब्रिंग ओसीआई तो रयान विलियम क्या आंसर तो सभी प्रॉब्लम्स इंडियन फुटबॉल टीम|
2 सीनियर की लडाई

credit @Revsportz

इंडियन फुटबॉल के दो सीनियर लोग मीडिया में आपस में लड़ रहे हैं जबकि टीम आपकी बॉटम में सड रही है और कल्याण साहब बोल रहे है की आप पिछले ढ़ाई साल का हिसाब मांगते हो पर मैं अगले 10 साल की प्लानिंग की बात करता हूं देखो यार विजन बनाना अच्छी बात है पर फैंस और प्लेयर्स को ग्राउंड लेवल पर चेंज चाहिए|
इंडियन फुटबॉल में हर प्लान एग्जीक्यूशन पर आकर फेल हो जाता है नोट ऑन विशन ब्लेम गेम से कुछ नहीं होने वाला भाई AIFF को क्वार्टरली अपडेट देने चाहिए हर प्रॉमिस के साथ एक टाइमलाइन और अकाउंटेबिलिटी फिक्स होनी चाहिए फैंस के सवालों को कैरेक्टर वीकनेस कहना अनफेयर होगा भाई बहुत ही अनफेयर होगा|
देखो ये प्रेस कांफ्रेंस के बाद भी ना फ्यूचर अन्क्लेअर है स्ट्राइकर शॉर्टेज एडमिट किया गया है लेकिन सॉल्यूशन कोई नहीं है OCI प्लेयर क्या इफेक्ट हो रहा है लेकिन गवर्नमेंट का अप्रूवल अभी भी पेंडिंग है अभी तक कुछ मतलब उसके नहीं चल रहे हैं, फीफा अकादमी के बारे में बात की गई रिजल्ट अच्छे दिए हैं लेकिन इसको एक्सपेंड करना होगा तभी कुछ इससे अच्छा हमको फायदा हो सकता है|

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