India vs England: LORD में भारत का क्या हुआ? लॉर्ड्स, जुलाई 2025

Riyajuddin Ansari
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लास्ट मैच इंडिया 336 रन से जीता था और इस मैच में 193 रन नहीं बने इंडिया मैच तभी हार गया था जब पहली इनिंग कुछ ऐसा हुआ था|


KL राहुल हर मैच में रन बनाते हैं लेकिन इसके बाद भी मैच हार जाते हैं| इंडिया ने दोनों मैच हरा है इन दोनों मैच के चारों दिन इंडिया ने डोमिनेट किया था| लेकिन आखिरी दिन हम मैच हार कैसे जाते हैं|

जड़ेजा को निकालने की बात कर रहे थे लोग और अभी उनकी परफॉर्मेंस की दम पर इंडिया यहां तक पहुंच पाया|

 

शुरुआत 10 जुलाई को होती है जब लॉर्ड्स के ग्राउंड में India vs England का तीसरा मैच खेला जाना था और यह काफी इतिहासिक ग्राउंड है|इस ग्राउंड के अंदर यह मैच काफी ज्यादा इंपॉर्टेंट बन चुका था क्योंकि सीरीज ऑलरेडी 1-1 की बराबरी पे चल रहा था और इस ग्राउंड में जब मैच स्टार्ट होने से पहले ही पता चल चुका था की इस ग्राउंड की पिच वैसी नहीं होने वाली है जैसी बाकी पिच थी|

लोड्स का मैदान 

क्योकि लॉर्ड्स की पिच हमेशा वैसे ही बनती है जैसी वह रहती है मतलब इसकी पिच बिहेव ऐसा करती है कि धीरे धीरे बोलिंग की बनती जाती है| तो सब लोग एक्सपेक्ट कर रहे थे की मैच में सब अमेजिंग सा कुछ होगा ये बहुत ज्यादा थ्रिलिंग होगा और पहले ही दिन जब मैच स्टार्ट होता है तो स्टार्टिंग में ही सब लोग शौक रह जाते हैं|


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क्योंकि स्टार्टिंग में क्या हुआ बेन स्टॉक ने टॉस जीत के बैटिंग लेली पिच के हिसाब से बिल्कुल सही डिसीजन था की ताकि टॉस जीत के आप बैटिंग ले लो क्योंकि फोर्थ एंडिंग में रन नहीं बनते लेकिन अगर आप देखेंगे तो बेन स्टॉक जब से बैट बॉल खेल रहे हैं तब से कोई भी पिच हो यह बोलिंग ही लेते हैं| और उसका कारण यह है कि उनकी बैट बॉल का मतलब यह है कि तेज खेलेंगे और बाद में जाकर चेस भी करेंगे|


इसीलिए लास्ट में जो बर्मिंघम में खेला गया था वहां तक बेन स्टॉक ने बोलिंग ली थी कि हम लास्ट इनिंग में आके चेस करेंगे जहां पर लास्ट इनिंग का एवरेज स्कोर 150 था|लेकिन यहां पर बेन स्टोक्स जैसी बैटिंग लेते है सब लोग शौक रह जाते हैं की बेन स्टॉक ये क्या कर रहे हैं| और बाद में जब इंग्लैंड की बैटिंग आती है तो सब लोग और भी ज्यादा शौक रहते है|


क्योंकि इंग्लैंड जब तीसरे टेस्ट मैच खेलने उतरता है तो पहले ही दिन इंग्लैंड ऐसा खेलता है जैसे बैट बॉल इनको आता ही नहीं कोई भी खिलाड़ी 50 के स्ट्राइक रेट से ज्यादा से बैटिंग नहीं कर रहा था चाहे वह क्रोल हो या फिर बंद डकैड हालत इतनी बेकार हो गई कि इंग्लैंड का पहला दिन का खेल खत्म होने तक जो रूट की सेंचुरी तक नहीं हो पाई थी इतना धीमा खेल रहे थे|

पिछले मैच में काफी रन बनाए थे,इस मैच में ऐसा क्या हुआ 

जो रूट जब से बैट बॉल स्टार्ट हुआ उसके बाद से पहली बार इतना धीमा खेले थे और सबसे धीमी 50 उनकी आई थी उसके बाद से इंग्लैंड लगभग 250 रन बना चुका था और इनके 4 विकेट गिरे थे पहले दिन और दूसरा दिन का जब खेल शुरू होता है तो जो रूट यहां शतक मार देते है|पहले दिन के खेल में सब लोग कह रहे थे की ये बराबर का खेल है|


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India vs England इंडिया और इंग्लैंड दोनों बराबर में है क्योंकि ढाई सौ रन में चार विकेट गिर चुके हैं लेकिन एक्चुअल में इंडिया यहां आगे थी क्योंकि इंडिया ने क्रिकेट को ही खत्म कर दिया था| अब इंग्लैंड अगर क्रिकेट नही खेल पा रहे है तो इसका मतलब मेंटली टूट गए हैं इनको पता है कि क्रिकेट खेलने जाएंगे तो इंडिया के साथ हम हार जाएंगे और इसलिए उन्होंने बैट बॉल बंद कर दिया|


इंडिया पहले दिन आगे चल रही थी इंग्लैंड से और ये हमें देखने को भी मिला जब दूसरे दिन इंडिया ने इंग्लैंड को 387 में रोक दिया|अब इंडिया ने इंग्लैंड को 387 में रोक दिया था यह कम स्कोर नहीं था| लेकिन यह ज्यादा भी नहीं था क्योंकि इंडिया ने तो लास्ट मैच में बहुत रन बनाए हैं|


और यह स्कोर जब इंडिया चेस करने आए तो सब लोग बोलने लगे की इंडिया आसानी से 400 रन बना देगी लेकिन यह सब पहले ओवर तक थी क्योकि पहला ओवर क्रिस वोक्स डालने आए थे जिनके ओवर में 13 रन आए थे|और दूसरे ओवर के स्टार्टिंग में ही सब कुछ अलग हो गया क्योंकि आर्चर इस मैच में कम बैक कर रहे थे और आते ही विकेट ले जाते हैं यशस्वी जयसवाल का|

KL राहुल और पन्त की साझेदारी 

12 करोड़ 25 लाख रुपए में आईपीएल में बीके हुए आर्चर आईपीएल में जैसा परफॉर्म करके आ रहे थे वह फॉर्म लेकर आते हैं इस टेस्ट मैच में, और पहले ही ओवर में विकेट लेकर जाते हैं जायसवाल का इसके बाद उनको विकेट नहीं मिला इस इनिंग में, लेकिन इस विकेट की बहुत अहमियत थी क्योंकि इसके बाद इंडिया के विकेट गिरने स्टार्ट हो गए|


बाद में करुण नायर का विकेट गिरा और सुभमन गिल भी जल्दी आउट हो गए और इंडिया के तीन विकेट गिर गए काफी जल्दी,इंडिया के तीन विकेट तो गिर गए लेकिन इसके बाद KL राहुल ने सेंचुरी मारी और रिषभ पन्त ने 74 रन मारे बहुत अच्छी पार्टनर्स की दोनों ने मिलकर और यहां पर इंडिया काफी बढ़िया खेलने लग गया था लेकिन इसी पॉइंट में इंडिया मैच हार गई|


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और अब तीसरे दिन का खेल चलता था इंडिया ने 65.02 ओवर इतने ओवर में 248 रन बना दिए थे और 3 विकेट गिरे थे, यहां से मैच आसानी से ऐसा जा रहा था कि इंडिया यहाँ पर 500 रन बना देता और बहुत अच्छी लीड में आ जाता लेकिन होता क्या है कि एक छोर में ऋषभ पंत जो 74 के स्कोर पर बैटिंग कर रहे थे वह सिंगल लेने का ट्राई करते हैं,और बशीर की बॉल में ताकि राहुल स्ट्राइक में आ जाए|


और KL राहुल जो 98 के स्कोर पे बैटिंग कर रहे है वह लंच से पहले अपनी सेंचुरी पूरी कर ले, और सिंगल लेते समय यह बेन स्टॉक के हाथों रन आउट हो जाते हैं|जैसे ही पन्त आउट होते है इसके बाद तो पूरी इंडिया टीम आउट हो जाती है| पहले रिषभ पन्त इसके बाद राहुल इसके बाद वाशिंगटन सुंदर पूरे विकेट जल्दी-जल्दी गिरे  इंडिया जिसके ढाई सौ रन में तीन विकेट थे वो इंडिया 387 में ऑल आउट हो गई|

लोड्स के पिच का इतिहास 

पहले 387 रन कम नहीं थे लेकिन उन्होंने बराबर कर दिया था दोनों स्कोर को इंडिया चौथे इनिंग में जितना भी टारगेट मिलता है इनको चेस करना पड़ता लेकिन यह स्कोर कम था क्योंकि ऋषभ पंत अगर रन आउट नही होते तो यह स्कोर 450 या 500 होता|इंडिया अगर लीड में होता तो 4 दिन में इंडिया आसानी से यह मैच जीत जाती|


लेकिन किसी ने ध्यान नही दिया क्योकि सबको लग रहा था की इंडिया अभी भी आगे है क्योकि मैच तो बराबरी का चल रहा है तो दिक्कत क्या है| जब इंग्लैंड की बैटिंग आई तो इंग्लैंड के लिए और दिक्कत हो गई क्योंकि इंडिया यहां पर बहुत विकट लेता है वाशिंगटन सुंदर आके चार विकेट ले जाते हैं| इंडिया इंग्लैंड को काफी आसानी से 192 पर रोक देता है|


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और इसके बाद सबको लगता है कि चलो इंडिया को 193 रन चेस करना है|193 का चेस देखने में तो बहुत आसान लग रहा था क्योकि पिछले 2 मैच से 400-500 रन आसानी से बने है| लेकिन इंडिया यहां पर ही पीछे हो चुका था लॉर्ड्स का अगर आप इतिहास देखेंगे तो 193 का चेस बहुत बड़ा चेस था|


लॉर्ड्स के ग्राउंड का 100 साल का इतिहास रहा है कि, पहले इनिंग के अंदर यहां एवरेज स्कोर बनता है 310 का मतलब इंग्लैंड में 387 रन बनाए वह काफी बढ़िया स्कोर था और दुसरे इनिंग में स्कोर बनता है 387 रन मतलब इंडिया तो बहुत अच्छी बैटिंग करके गया था सेकंड ईनिंग के अंदर लेकिन यहाँ पे थर्ड इनिंग का स्कोर है 200 का है और इंग्लैंड ने यहां 192 रन बनाए|


यह कोई खराब स्कोर नहीं था जो देखने में ख़राब लग रहा था दरअसल वो अच्छा था,और इसी ग्राउंड का 4 इनिंग का एवरेज स्कोर 157 है, और 157 धीरे धीरे ग्राउंड की पिच जो है वो बॉलर्स को बहुत ज्यादा सपोर्ट करने लग जाती है|पहली इनिंग में 387 बनाने वाली टीम भी 4 दिन में शायद 157 भी नही बना पाएगी इस ग्राउंड का इतिहास रहा था|

5 बैट्समैन मिलकर 135 रन नही बना सके 

लेकिन सबको लगा इतिहास टूटने के लिए बनते हैं ऐसा हो जाएगा क्योंकि चार बार इस ग्राउंड में 200 से ज्यादा का स्कोर चेस हुआ है| 6 बार 190 से ज्यादा का स्कोर चेस हुआ है,फोर्थ इनिंग के अंदर तो सातवीं बार भी हो जाएगा|लेकिन यह सिर्फ तब तक लग रहा था जब तक इंडिया की बैटिंग स्टार्ट नहीं हुई थी क्योंकि इंडिया की जब बैटिंग आती है तो फोर्थ दिन के लास्ट के 1 घंटे बचे थे, वहां इंडिया कॉलेपस करने लग जाती है|


यस्वी जायसवाल बहुत बेकार शोर्ट खेल के आउट हो जाते है इसके बाद सुभमन गिल करुन नायर सबके विकेट गिरते है बीच में गौतम क्या करते हैं आकाशदीप को भेज देते हैं इनको लगता है आकाशदीप बीच में चले जायेंगे और 10-20 रन बना देंगे और राहुल के साथ 30 रन की पार्टनरसिप भी कर देंगे तो भी मैच हमारा बन जाएगा क्योंकि और हमारे पास ज्यादा बैटिंग हो जाएगी|


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लेकिन यहां पर दिक्कत और बढ़ गई क्योंकि आकाशदीप आते हो और एक रन के स्कोर में बेन स्टॉक के हांथो बोल्ड हो जाते हैं अब दिक्कत क्यों हो गई की इंडिया चौथे दिन के अंत तक ही चार विकेट खो चुका था और 58 रन बस बने थे, भले ही इंडिया के 6 विकेट बचे थे लेकिन इंडिया को आखरी दिन 135 रन चाहिए थे|


और उन 6 विकेट में अच्छी बात यह थी की पहले आउट हो चुके है मतलब इंडिया के पास बैटिंग ही बैटिंग बची है KL राहुल पहले से ही क्रिच पर है और इसके बाद रिषभ पन्त आने वाले है इसके बाद जड़ेजा है और इसके बाद नीतीश कुमार रेड्डी पांच पूरे इंडिया के बैट्समैन बचे हुए और पांचो को मिलकर रन कितने बनाने है 135 यहां तक सबको गेम कंट्रोल में लग रहा था|

 

लोगो को लग रहा था की इंडिया मैच जीत जाएगा इंग्लैंड को तो बैटिंग करनी नहीं आती,लेकिन 5वे दिन का खेल स्टार्ट हुआ तो समझ में आया कि लौट के ग्राउंड में ऐसे ही सारी चीज नहीं कही जाती है|और 100 साल का इतिहास फालतू नहीं है यहां पर इंडिया के इस तरीके से विकेट गिरते है की मानो किसी को बैटिंग करनी नही आती|

इंडिया की विकेट पत्तो की तरह झड़ गए 

रिषभ पन्त बहुत जल्दी आउट हो जाते हैं वाशिंगटन सुंदर तो जीरो रन बना पाए इंडिया के विकेट पत्तों की तरह गिरने लगते हैं और इंडिया 8 विकेट खो देता है हालात यह हो जाता है की 75 रन चाहिए थे और 8 विकेट इनके गिर चुके थे मतलब जसप्रीत बुमराह क्रीज पर आ चुके थे| देखिए इस पॉइंट में इंडिया का कोई भी बैट्समैन नही बचा था|


और पूरे रन सबको पता था जडेजा कोही बनाने है क्योंकि सामने से बुमराह रन तो नहीं बनाएंगे भले ही बॉल को ब्लॉक कर ले और हुआ भी यही जसप्रीत बुमराह ने रन तो 4 ही बनाए लेकिन ये 54 बॉल खेल गए और इंडिया पूरा सेकंड सेशन खेल लेता है और पांचवें दिन का आखिरी सेशन बचता है देखिए पांचवें दिन का जब आखिरी सेशन बना जब बुमराह आउट तो हो गए लेकिन यहाँ पर एक चीज थी कि इंडिया को अभी तीस रन  चाहिए थे और इंग्लैंड को चाहिए था एक विकेट|


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मतलब यह मैं जैसा एक्सपेक्ट किया गया था वैसा हो चुका था पूरा सिनेमा था यह मैच 5 दिन खेल लिए थे दोनों टीम ने लेकिन अभी तक रिजल्ट नहीं आया था पांचवें दिन का आखिरी सेशन बचा था अभी 30 रन चाहिए थे इंडियन टीम को और एक विकेट चाहिए था इंग्लैंड की टीम को और सब लोग देख रहे थे क्या होगा क्या जड़ेजा यह स्कोर बना पाएंगे|


और जडेजा ने ही 75 रन से यह मैच लाया था क्योंकि वहां पर भी बुमराह की ही बैटिंग आ गई थी तो जडेजा भी पूरा काम कर रहे थे और लगा था कि जडेजा यह कर सकते हैं| बाद में इंग्लैंड खेल खेल जाती है और शोएब बशीर को ले आती है जो पूरे मैच में बॉलिंग नही किए थे चोटिल थे और आते ही सिराज को बोल्ड कर देते है|और इंडिया ये मुकाबला 22 रन से हार गई लेकिन इंडिया ये मुकाबला हार कैसे गई 193 का स्कोर कैसे इंडिया चेस नहीं कर पाई|


लास्ट मैच में 336 रन से जीतने वाली इंडिया इसमें 193 रन तक चेस नहीं कर पाई और इसके तीन मेजर रीजन थे, सबसे बड़ा रीजन सुभमन गिल का फ्लॉप होना शुभमन इस मैच में रन नहीं बनाते और इंडियन टीम से बहुत उम्मीद कर रही थी एक्चुअली गिल ने लास्ट मैच में 430 रन मार दिए थे इसलिए सबको लग रहा था कि गिल इस मैच में रन मरेंगे|

मैच हारने के कारण 

लेकिन शुभमन गिल हर मैच में रन नहीं बना सकते इसलिए वह इस मैच में रन नहीं बना पाए और आउट हो गए और इस ओवर डिपेंडेंसी के चक्कर से इंडिया की बैटिंग बाद में चली नही लेकिन इससे भी ज्यादा बड़ा रिजन दूसरा है और वह है राहुल ऋषभ पंत का वह मिस कम्युनिकेशन,रिषभ पन्त जब राहुल के साथ खेल रहे थे और यह बहुत अच्छी बैटिंग कर रहे थे यह अपना नेचुरल गेम खेल रहे थे|


111 बॉल इन्होंने खेली थी चौके छक्के सब मार रहे थे ऐसे में रिषभ यहाँ से जितने भी रन जोड़ते वह एक्स्ट्रा रन होते हैं और इंडिया लीड में ही आता लेकिन पन्त यहां पर पर्सनल माइलस्टोन करने के चक्कर से केएल राहुल की सेंचुरी कराने के चक्कर से रन आउट हो जाते हैं| और यहां पर इंडिया मैच हार गई क्योकि इंडिया अगर 450 रन बना देती रिषभ पन्त के होने से तो काफी आसानी से लास्ट दिन इंडिया इस स्कोर को चेस कर लेती|


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इंडिया को यह चीज इंग्लैंड से सीखनी चाहिए कि जो रूट का दिन ख़तम होने लगा था वह 99 के स्कोर में थे जडेजा उनको ऑफर कर रहे थे की डबल ले लो पर जो रूट ने कोई रिस्क नहीं लिया वह डबल लेने नहीं गए वह दूसरे दिन बैटिंग करने आए उन्होंने सब्र रखा और सेंचुरी मारी लेकिन पन्त यहाँ पर सब्र नही करते वह लंच भी नही होने देते उनको लगा राहुल की सेंचुरी अभी हो जाए और पर्सनल माइलस्टोन लंच के पहले करने के चक्कर से पन्त का विकेट गिर जाता है|


और तीसरा कारण है कि इसके कारण भी हारी है वह है जडेजा का दो बॉलर को सेलेक्ट करके ना मारना जब इंडिया के आठ विकेट गिर गए थे जब यह तै हो गया था एक तरफ से रन नहीं बनेंगे ये चाहे जसप्रीत हो या सिराज हो ये बॉल को ब्लाक तो कर सकते है|


लेकिन रन नही बना सकते अब इस पॉइंट में जड़ेजा को सलेक्ट करना था की कौन से 2 बॉलर इनको मार दे और अगर ये ऐसा करते तो आसानी से उस बॉलर के ओवर में कम से कम दो बाउंड्री लगाते और इंडिया में जीत जाती|


लेकिन इन्होने क्या किया की यह सोच रहे थे कि आसानी से मैच जीत जाएगा सामने वाला प्लेयर कम से कम ब्लॉक भी करता रहेगा बाल तो भी मैच जीत जाएगा इसलिए कई ओवर ऐसे भी जा रहे थे जहां पर जडेजा चौथी बॉल में सिंगल लेते थे मतलब एक ओवर में एक ही रन आया और इसके बाद दो बाल बुमराह खेलते थे और बाद में सिराज यही कर रहे थे|


लेकिन यह कब तक होता क्योंकि जसप्रीत बुमराह बॉल भी इतनी ज्यादा ब्लॉक नहीं कर सकते उन्होंने 54 बॉल ब्लॉक की थी लेकिन बाद में वह आउट हो गए| वही काम सिराज ने किया उन्होंने भी 30 बॉल खेल ली थी लेकिन वह कहां तक ऐसा कर पाते बाद में इंडिया 22 रन से शार्ट हो गया, ऐसे करते-करते अगर जड़ेजा सिलेक्ट करके मारते की इस बॉलर को 10 रन मारने ही है तो सायद इंडिया पहले ही जीत जाता|


 

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