KL Rahul: के एल राहुल से हर कोई क्यों नफरत करने लगा ? राहुल का 10 साल का सफ़र

Riyajuddin Ansari
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जिस प्लेयर को क्रिकेट लेजेंड ब्रेन लारा ने फेवरेट प्लेयर टू वाच बताया था| उसको लोग आज बिगेस्ट चोकर इस्ट्री बुलाने लगे, जिसको धोनी ने थ्री फॉर्मेट प्लेयर बनने की प्रेडिक्शन की थी | आज उसको हर कोई टीम में बर्डन बता रहा था |

कल तक जो नेक्स्ट द्रविड़ द वॉल के रूप में देखा जा रहा था| आज वो ऐसी दीवार बन चुका है जो खुद अपने ही टीम पे गिरा देते हैं बार-बार, और उस पर इल्जाम लगने लगे कि वो टीम के लिए नहीं खुद के लिए खेलता है| और इसकी वजह से ही इंडिया ओडिआई वर्ल्ड कप भी हार गई लेकिन सच क्या था |


क्योंकि वो कुछ भी करता लोग उसका पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रहे थे| कल का टीम लीडर और थ्री फॉर्मेट प्लेयर आज ऐसा गिरा था जहां से लौटना बहुत मुश्किल होने वाला था| पर सवाल ये था कि क्या वो खुद गिरा या उसे गिरा दिया गया|


क्या उसका करियर खत्म करने के लिए उसे टारगेट किया जा रहा है, या फिर इंडिया का क्राइसिस मैन आज इंडिया टीम पर ही भारी बने लगा है| क्लासिकल शॉर्ट्स टेस्ट क्रिकेट में दीवार बन के खड़े रहना और प्लेयर कर्नाटका का है और नाम राहुल हो तो हर किसी को एक ही नाम याद आएगा द वाल राहुल द्रविड|


KL Rahul की 10 साल की जर्नी

नाम राहुल है पर यह राहुल द्रविड़ नहीं है, ये है कर्नाटका के KL Rahul इसके टैलेंट को देख के हर कोई इसे अगले राहुल द्रविड़ के रूप में देखने लगा, उसको खेलते हुए देख राहुल द्रविड़ ने उसके इंडिया टीम में फ्यूचर की प्रेडिक्शन कर डाली और  KL Rahul ने किया भी वही|

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कर्नाटका के लिए खेलते हुए उन्होंने 10 मैचेस में तीन सेंचुरी और चार हाफ सेंचुरी लगा कर 1033 रन बना डाले और कर्नाटका को रणजी ट्रॉफी जीता वो बने फाइनल्स के मैन ऑफ द मैच, रणजी में अपनी काबिलियत दिखाने के बाद दलीप ट्रॉफी के फाइनल्स में KL Rahul ने दोनों इनिंग्स में सेंचुरी मार दी बल्ले से अपनी काबिलियत दिखाने के बाद अब राहुल द्रविड़ की प्रिडिक्शन सच होते दिखने लगी थी|


क्योंकि उनको मिलता है इंडिया की टेस्ट टीम में डेब्यू करने का मौका पर डेब्यू में कुछ ऐसा हुआ जो कोई देखना नहीं चाहता था| अपनी देश की पिचस से हटके ओवरसीज क्रिकेट में डेब्यू करना वो भी मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया में खुद में ही एक बड़ा चैलेंज है|


पर इससे बड़ा एक और चैलेंज था मुरली विजय और शिखर धवन जैसे धुरंधरों के बीच KL Rahul को अपनी फेवरेट पोजीशन में खेलने का मौका नहीं मिला KL Rahul पहली इनिंग्स में तीन पर और दूसरी इनिंग्स पर एक रन पर आउट हो जाते हैं|


अपने डेब्यू में सिंगल डिजिट में रहना उनके करियर को खराब कर सकता था| पर इसका रीजन था कि वो पहली इनिंग्स में सिक्स्थ पोजीशन और दूसरी इनिंग्स में थर्ड पोजीशन में उतरे थे| मेलबर्न उनके लिए हॉरर शो की तरह बन गया था, पर चौथे टेस्ट में शिखर धवन की एब्सेंट में जब KL Rahul को ओपनिंग करने का मौका मिला तो उन्होंने कैप्टन का भरोसा नहीं तोड़ा और सीडनी के मैदान में सेंचुरी मार के उन्होने ओवरसीज क्रिकेट में इंडिया का परचम लहराया|


KL Rahul का नाम इंडियन क्रिकेट में उठने लगा

उसके बाद KL Rahul ने रणजी ट्रॉफी में ट्रिपल सेंचुरी मार दी वो पहले कर्नाटका के प्लेयर बने जिन्होंने ट्रिपल सेंचुरी मारी हो पर अभी तो यह उनके करियर की शुरुआत थी| क्योंकि टीम इंडिया के ओपनिंग पोजीशन में बहुत दावेदारियां थी, गौतम गंभीर, मुरली विजय, शिखर धवन और रोहित शर्मा और वो इस कंपटीशन के लिए भी तैयार थे|

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इसलिए उनका मौके प खरा उतरना बहुत जरूरी था, और श्रीलंका सीरीज में सेंचुरी मार के वो इंडिया की सीरीज में वापसी कराते हैं| KL Rahul का इंडियन क्रिकेट में नाम उठने लगा था| पर जैसा राहुल द्रविड़ के साथ हुआ था, वही अब केएल राहुल के साथ होने लगा था|


राहुल द्रविड़ जब 24 साल के थे तो लोगों ने उन पर बहुत सवाल उठाए थे| कि वो सिर्फ टेस्ट क्रिकेट के लिए ही बने हैं और लिमिटेड ओवर क्रिकेट में वो कुछ नहीं कर पाएंगे लेकिन इन्होने ओडीआई क्रिकेट में सबको गलत प्रूफ कर दिया था| पर क्या केएल राहुल KL Rahul अपने आइडल की तरह अपने ऊपर उठाए सवालों को गलत प्रूफ कर पाएंगे, या सबको गलत प्रूफ करने की चक्कर में वो अपने टेस्ट करियर से भी हांथ दो बैठेंगे|


रॉयल चैलेंस बैंगलुरु ने KL Rahul को ऑक्शन में खरीद लिया सनराइजर हैदराबाद से उन्हें वापस खरीद कर आरसीबी ने उन पर भरोसा दिखाया था| KL Rahul को अपने करियर को बढ़ाने के लिए इससे अच्छा मौका नहीं मिल सकता था| इसलिए उनको जब जब खेलने का मौका मिलता वह टीम के साथ खड़े दिखते इस मौके को बुना के राहुल ने आरसीबी के लिए लगातार तीन हाफ सेंचुरी मार दी |


KL Rahul आरसीबी फैंस का दिल जीत रहे थे, और दिल्ली कैपिटल के खिलाफ डू और डाई मैच में राहुल के 3 रन के कंट्रीब्यूशन ने टीम को प्ले ऑफ में ले जाने में मदद की, सबने केएल राहुल की कामनेस टेंपरामेंट और क्लास और टेस्ट मैचेस में देखी थी|


KL राहुल को मिला ODI टीम में डेब्यू करने का मौका 

पर आईपीएल में  KL Rahul ने एग्रेसिव क्रिकेट खेलने की काबिलियत सबको दिखा दी थी| उनकी आईपीएल की जबरदस्त परफॉर्मेंसेस से उन्हें मिला इंडिया की ODI टीम में डेब्यू करने का मौका और फिर वो हुआ जो कोई डेब्युटेंट से एक्सपेक्ट नहीं कर रहा था|

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KL Rahul ने अपने ओडीआई डेब्यू में सेंचुरी मार के वो पहले इंडियन बैट्समैन बन गए जिन्होंने ओडिआई डेब्यू में सेंचुरी मार दी, उन्होंने अपने क्लास को दुनिया भर में जग जाहिर कर दिया था| और तीसरे मैच में हाफ सेंचरी मार के उन्होंने सारे क्रिकेट्स को करारा जवाब दे दिया|  KL Rahul का फॉर्म अलग लेवल पर था|


फिर वेस्ट इंडीज के खिलाफ टी-20 मैच में सिर्फ 46 गेंदों में सेंचुरी मार के उन्होंने कई रिकॉर्ड तोड़ डाली वो दूसरे सबसे तेज सेंचुरी बनाने वाले बल्लेबाज तो बने ही और राहुल ने सबसे कम इनिंग्स में तीनों फॉर्मेट में सेंचुरी बनाने वाला रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया| राहुल रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड तोड़ सबको थ्री फॉर्मेट प्लेयर बनने की काबिलियत तो दिखा रहे थे, जो बहुत कम प्लेयर्स में होती है|


पर लिमिटेड ओवर फॉर्मेट में ओपनिंग की जगह रोहित शर्मा और शिखर धवन के लिए फिक्स थी और टेस्ट मैच में शिखर और मुरली विजय के लिए, वो बल्ले से तो कमाल दिखा रहे थे| पर जब टीम में इतने धुरंधर खिलाड़ी हो तो KL Rahul के लिए ओपनिंग स्पॉट में जगह बनाना मुश्किल होने वाला था|


इसलिए इस समय अगर कुछ भी गलत होता है तो उनकी टीम में जगह जा सकती है| और जिसका डर था वही हुआ न्यूजीलैंड के खिलाफ हो रहे टेस्ट मैच में उनको हैमस्ट्रिंग इंजरी हो गई| और वह पूरी सीरीज से बाहर कर दिए गए पांच ओडीआई और तीन टेस्ट मैच मिस करने के बाद वो टीम में लौटे ही थे तब इंग्लैंड के खिलाफ उन्हें फोर आर्म इंजरी हो गई|


KL Rahul इंजर्ड होने के बाद भी इंडिया के लिए खड़े रहे

और नेट्स में उनकी इंजरी और खराब होती चली गई उनकी एब्सेंट में टीम में शिखर धवन और करुण नायर को खेलने का मौका मिल गया था| एक के बाद एक इंजरी ने KL Rahul का मोमेंटम तो तोड़ दिया था| अब टीम में बने रहने के लिए राहुल को कुछ कर दिखाना जरूरी था|

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और फिर इंग्लैंड के खिलाफ फिफ्थ टेस्ट में उन्होंने सबको चौका दिया, सब शॉक थे क्योंकि वो अपनी डबल सेंचुरी से सिर्फ एक रन से चूक गए थे| इंग्लैंड के खिलाफ डबल सेंचुरी उनके करियर के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि हो सकती थी| पर वो इससे निराश नहीं हुए क्योंकि वो हमेशा टीम को खुद के ऊपर रखते थे और उन्होंने दिखाया भी वही|


ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच में उन्हें शोल्डर इंजरी हो गई शॉर्ट खेलने से बार-बार उनका शोल्डर डिसलोकेट होने लगा इंजरी इतनी पेनफुल थी कि वो शॉर्ट्स भी नहीं खेल पा रहे थे| टेपिंग और दवाइयों की मदद से उन्होंने ना सिर्फ पूरी सीरीज खेली पर सात इनिंग्स में लगातार छह हाफ सेंचुरी मार के वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बना दिया|


अपनी कंसिस्टेंट परफॉर्मेंसेस से उन्होंने इंडिया को सीरीज जिताने में मदद की और जब बहुत प्लेयर्स पर इल्जाम लगता है| कि वो आईपीएल के लिए इंडिया टीम से इंजर्ड होके ब्रेक ले लेते हैं| उधर KL Rahul इंजर्ड होने के बाद भी इंडिया के लिए खड़े रहे| उनकी स्ट्रांग अपोनेन के खिलाफ अच्छी परफॉर्मेंसेस से उनकी टीम में जगह पक्की कर दी थी|


KL Rahul ऐसे प्लेयर बन रहे थे जो अकेले दम पर मैच का रुख बदल सकते थे| उन्हें टीम इंडिया एक ट्रस्टेबल प्लेयर के रूप में देखने लगी थी| सबको KL Rahul के आने से इंडियन बैटिंग का फ्यूचर ब्राइट लगने लगा था |लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि जिस प्लेयर पर सबकी आंखें टिकी थी उसका करियर ऐसा टर्न ले लेगा कि वो अपनी असली क्रिकेट आइडेंटिटी भी भूल जाएंगे|


ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुई शोल्डर इंजरी से लौटने में राहुल को बहुत वक्त लग गया था| पहले पूरा आईपीएल मिस हो गया था फिर इंजरी से लौटने में इतना टाइम लगा कि उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी भी मिस कर दी फिजिकल इंजरी अब उन्हें मेंटली हार्म करने लगी थी|


कंट्रोवर्सी ने राहुल का स्वरुप बदल के रख दिया

इंजरी लैप्स होने के डर से उन्हें खुद पर डाउट होने लगा था पर इससे बड़ी चीज और होने लगी वापसी करते हुए उन्हें जिस फॉर्मेट से लगाव था अब वो उससे दूर जाने लगे थे| पहले साउथ अफ्रीका फिर इंग्लैंड KL Rahul टेस्ट क्रिकेट में अपना पूरा रिदम खो दिया था| वो नए-नए तरीके से आउट होने लगे उनका ऐसा फॉर्म गिरा था कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चलती सीरीज में उन्हें ड्रॉप कर दिया गया था|

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क्योंकि आठ इनिंग्स में छह बार वो सिंगल डिजिट में सीमित रह गए थे| ऐसे समय में उनके फॉर्म में ड्रॉप आना जब यंगस्टर सिलेक्टर्स का दरवाजा खटखटा रहे हो तो राहुल की टीम में जगह कोश्चनेबल होनी ही थी| और उनके टेस्ट टीम में जगह चली गई पर चीजें यहीं तक नहीं रुकी इसके बाद ऐसी चीज होने वाली थी, इसने क्रिकेट जगत को हिला के तो रखा ही पर KL Rahul को पूरी तरह बदल दिया|


KL Rahul जिन्हें इंडियन क्रिकेट के अगले पोस्टर बॉय के रूप में देखा जा रहा था| तब इस कंट्रोवर्सी ने उनका स्वरूप बदल के रख दिया इंडिया वर्सेस ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बीच ही वो सस्पेंड कर दिए गए| इस इंसीडेंट की वजह से इतना गरमा गर्मी बढ़ गई कि पूरी इंडियन टीम सवालों के घेरे में आ गई|


KL Rahul को लोग जमके ट्रोल करने लगे उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन होने लगे आज तक जिसको हर कोई पसंद कर रहा था, उसको हर जगह नफरत मिलने लगी |और इस चीज ने उन्हें पूरी तरह तोड़ दिया इस घटना ने उन्हें बहुत बड़ा घाव दे दिया| इतना की वो लोगो के सामने जाने से डरने लगे थे|


KL Rahul ऐसे इन्सान थे जो कभी सस्पेंड नही हुए पर आज इस मंच पर वो टीम से बाहर कर दिए गए थे पर गलती थी किसकी क्या वो इन सब में इवॉल्व थे| या जिस तरह गेहूं के साथ घुन पिस जाता है वो भी घुन की तरह फंस गए थे| पहले ही वो टीम में अपनी जगह खो चुके थे और फिर इस कंट्रोवर्सी की वजह से वो सस्पेंड भी कर दिए गए|


KL Rahul के टेस्ट मैच में टी-20 शॉर्ट का उड़ाया गया मजाक

इतना सब कुछ होने के बाद लोग KL Rahul पर डाउट करने लगे थे| जिस टेक्निकल स्किल की कल तक सब तारीफ कर रहे थे, आज उसी को घेर राहुल को सब कठखरे में खड़ा कर रहे थे| पर जिस फॉर्मेट के लिए वो जाने जाते थे उससे बढ़ती दूरियो का रीजन था क्या बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते वक्त कमेंटेटर्स ने पॉइंट आउट किया था|

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KL Rahul टेस्ट मैच में टी-20 शॉर्ट खेल रहे थे, क्रिटिसाइज करते हुए कमेंटेटर उस चीज का मजाक उड़ाने लगे और थोड़ी देर बाद राहुल सेम शॉट खेलने की वजह से आउट हो गए क्या जिस थ्री फॉर्मेट प्लेयर बनने की प्रेडिक्शन धोई ने की थी उसके बढ़ते प्रेशन ने उनका गेम छीन लिया था|


जब आपके सामने ट्रेंड बोल्ट और मोहम्मद शमी जैसे बेहतरीन बॉलर्स हो तो कोई भी प्लेयर डिफेंसिव हो जाएगा पर राहुल ने आते ही पहले बोल्ट और शमी की ऐसी धूलाई की, कि ना सिर्फ बॉलर्स का स्पेल तोड़ा पर 14 बॉल्स में हाफ सेंचुरी मार के उन्होंने आईपीएल की सबसे तेज हाफ सेंचुरी भी बना डाली थी|


KL Rahul टी-20 में बहुत एग्रेसिव हो चुके थे किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेलते हुए राहुल ने छह अर्धशतक बना के 650 रनों का पहाड़ बना दिया था| उनके आईपीएल स्टैटस इंडिया के टॉप ऑर्डर से कई बेहतर थे| लोग विराट कोहली और रोहित शर्मा की आईपीएल परफॉर्मेंस से ज्यादा केएल राहुल की तारीफ कर रहे थे|


अब वो सिर्फ आईपीएल में अच्छा परफॉर्म नहीं कर रहे थे, इंडिया के लिए खेलते हुए चाहे इंग्लैंड के खिलाफ 54 बॉल में 101 रन बनाना हो या ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 36 बॉल में 50 का नॉक खेलना हो एग्रेसिव इनिंग्स वो भी क्लासी शॉट्स के साथ देख के सब उनके मुरीद होने लगे थे|


और वो हर जगह अपना नाम बनाने लगे थे कैसा भी बॉलिंग अटैक हो राहुल उसे ध्वस्त करने में लगे थे जिसको देख के क्रिकेट एजेंट ब्रेन लारा ने भी कह दिया कि KL Rahul उनके फेवरेट प्लेयर हैं| और वो ऐसे प्लेयर हैं जिनको खेलते हुए देखने के लिए वो पैसे देने के लिए के लिए भी तैयार हैं|


क्या केएल राहुल टेस्ट टीम में लौट पाएंगे ?

पर जितना उनका अग्रेसिव इंटेंट सबको पसंद आ रहा था उतना वो अपनी असली गेम से दूर जा रहे थे| इंडिया के पूर्व खिलाड़ी वीवीएस लक्ष्मण ने बताया जब से उन्होंने टी-20 क्रिकेट में नाम कमाया है| अग्रेसिव क्रिकेट खेलने के चक्कर में राहुल इनिंग्स बिल्ड करना और अप्रोच करना भूल गए है|


KL Rahul टीम इंडिया से बाहर कर दिए गए थे| जहां हर कोई उनकी तरफ नफरत दिखा रहा था, तो कुछ लोग फेक सिंपैथी दिखा रहे थे जो वो इस पॉइंट पर बिल्कुल नहीं चाहते थे| टेस्ट क्रिकेट में खुद को खोने के बाद वो उस फॉर्मेट में कम बैक करना चाहते थे| पर दिक्कत यह थी कि उन्हें प्रॉब्लम पता नहीं थी इसलिए उन्होंने अपने दोस्त डेविड से मदद ली डेविड के साथ मिलकर वो अपनी पुरानी वीडियोस देखने लगे पर जितना सुनने में आसान लग रहा है उतना था नहीं|


KL Rahul नेट्स में जाके प्रैक्टिस करते वीडियो रिकॉर्ड करके दोनों गेम को एनालाइज करते इतना सब करने के बाद दोनों को प्रॉब्लम समझ आ गई थी| दिक्कत थी उनके स्टेंस में और अब राहुल के स्टस को ठीक करने की जरूरत थी| जो चीज बिगड़ गई थी वह चुटकी बजाते हुए ठीक नहीं हो सकती थी|


इसलिए वो रोज घंटो नेट में प्रैक्टिस करते और अपनी टेक्निकलटी पर काम करते पर जैसे हर एक्शन पर कोई रिएक्शन होता है, वैसे ही राहुल के लाए चेंज से क्या असर होने वाला था यह किसी को पता नहीं था| क्या वह टेस्ट टीम में लौट पाएंगे या उनका बचा हुआ करियर भी उनसे दूर चला जाएगा|


यह साल एज अ प्लेयर टी सबके लिए बड़ा था 4 साल से वेट कर रहे फैंस अपनी टीम को वर्ल्ड कप ट्रॉफी उठाते हुए देखना चाहते थे| और हर प्लेयर अपनी टीम को वर्ल्ड कप जिताना चाहता था| IPL  प्लेयर और सिलेक्टर्स के लिए एक बड़ा मौका आने वाला था |वर्ल्ड कप की टीम के सिलेक्शन के लिए इंडिया का ओपनिंग ऑर्डर फिक्स था रोहित शर्मा और शिखर धवन, इसलिए सिलेक्टर्स की नजरें आईपीएल में मिडल ऑर्डर के लिए टिकी थी|


राहुल को वर्ल्ड कप में नया रोल मिला 

उधर राहुल पहले मैच में चार पर और दूसरे मैच में एक पर आउट हो गए थे| सिलेक्टर्स और  फैंस सब राहुल से आंख मोड़ रहे थे| और लोग उनका मजाक उड़ाने लगे पर तभी राहुल ने वो किया जो उनसे कोई एक्सपेक्ट नहीं कर रहा था मुंबई इंडियंस के खिलाफ 75 रन बना के उन्होंने पंजाब किंग्स को मैच जिता दिया इस इनिंग्स के बाद राहुल का बल्ला सर चढ़ के बोलने लगा|

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चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 55 रंस सनराइजर हैदराबाद के खिलाफ 71 रंस और फिर आई मुंबई इंडियस के खिलाफ उनकी मेड इन आईपीएल सेंचुरी, KL Rahul का बैट मानो रुकने का नाम नहीं ले रहा था| छह हाफ सेंचुरी और एक सेंचुरी बना वो आईपीएल के सेकंड हाईएस्ट स्कोरर बन गए थे|


KL Rahul इतना सब झेलने के बाद में बैट से सबको जवाब दे रहे थे| ऐसे प्लेयर को इंडिया टीम इग्नोर कर ही नहीं सकती थी| पर ओपनिंग रिजर्व होने की वजह से राहुल को वर्ल्ड कप में नया रोल दे दिया गया मिडिल ऑर्डर में खेलने का और क्या वो इस नए चैलेंज पर खड़े उतर पाएंगे|


टूर्नामेंट के शुरू में ही इंडिया टीम को बड़ा झटका लग गया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते वक्त शिखर  धवन को इंजरी हो गई और वो वर्ल्ड कप से बाहर कर दिए गए| राहुल जो पहले चार नंबर पे खेलने वाले थे उनको ओपन करने की बड़ी बड़ी जिम्मेदारी दी गई| पहले पाकिस्तान के खिलाफ हाफ सेंचुरी फिर बांग्लादेश के खिलाफ 77 रन की पारी और फिर उन्होंने बनाई अपनी पहली मेडन वर्ल्ड कप सेंचुरी|


श्रीलंका के खिलाफ इंडिया टीम अच्छी ले में दिख रही थी पर तभी हुआ इंडिया के लिए एक बड़ा अपसेट न्यूजीलैंड ने इंडिया को वर्ल्ड कप से बाहर कर दिया था| और राहुल उस मैच में टॉप ऑर्डर की तरह सिर्फ एक रन पर आउट हो गए थे उनके वर्ल्ड कप में परफॉर्मेंस डिसेंट थी पर प्रेशर मूवमेंट में पहले इंग्लैंड के खिलाफ डब पर आउट होना और फिर सेमीफाइनल में एक रन पर राहुल पर एज अ ओपनर सवाल उठा दिए थे|


KL राहुल टी20 की आईसीसी रैंकिंग में नंबर दो पर

और इस वर्ल्ड कप के बाद उनका करियर अलग पटरी पर उतर जाता है सिलेक्टर्स अब ओपनर्स में यंगस्टर को मौका देने लगे और ओपनिंग टेरिटरी शिखर रोहित और विराट के लिए रिजर्व कर दी गई इसलिए राहुल को ओडीआई में नया रोल दे दिया गया मिडिल ऑर्डर का सवाल यह था कि क्या वो इस रोल पर खड़े उतर पाएंगे|

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मिडल ऑर्डर में खेलना ओपनिंग ऑर्डर से बहुत अलग था, लेकिन उनकी टीम के प्रति डेडिकेशन ऐसी थी कि वो क्राइसिस मैन बनके अपने गेम को चेंज करने में लग गए चैलेंज पड़ा था पर राहुल के लिए नहीं ओडीआई में उनका गेम नेक्स्ट लेवल पर जाने लगा और इस मेजर अग्रेशन के साथ वनडे क्रिकेट में टीम को मजबूती दे रहे थे|


और मिडल ऑर्डर में इंडिया टीम की स्पाइन बन गए थे उनको देख के ऐसा लग रहा था कि वो सालों से मिडल ऑर्डर में खेल रहे हो मिडिल ऑर्डर में खेलने के साथ-साथ उन्हें विकेट कीपिंग के ग्लव्स भी पकड़ा दिए गए जहां ओडीआई में वो मिडिल ऑर्डर में खेल रहे थे, उधर t-20 में भी वो ओपन कर के अपना दमखम दिखा रहे थे|


ऑस्ट्रेलिया न्यूजीलैंड के खिलाफ उनका बल्ला जम कर बोला जिसकी वजह से वो टी20 की आईसीसी रैंकिंग में नंबर दो पर आ गए थे राहुल ने एक और कीर्तिमान स्थापित कर लिया और उन्हें पंजाब किंग्स की कप्तानी दे दी गई जिसके बाद उन्होंने ऐसी इनिंग्स खेली जो हिस्ट्री के पन्नों में दर्ज हो गई|


आरसीबी के खिलाफ 14 चौके और सात छको की मदद से 132 रन बना डाले और भारतीय खिलाड़ियों के बीच एक इनिंग से सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया सेंचुरी मार के जब कोई सर ऊंचा कर बल्ला उठाता है या फिर खुशी में झूमने लगता है, लेकिन राहुल ने कानों को बंद करके सेलिब्रेट किया जैसे वो सारे क्रिटिक्स के शोर को शांत कर रहे हो पर वो यहीं नहीं रुके आईपीएल में रनों का पहाड़ बना वो टूर्नामेंट के लीडिंग रन स्कोरर बन गए और उन्होंने ऑरेंज कैप अपने नाम कर ली पर जितना वो नाम बना रहे थे उतना उन पर सवाल उठ रहे थे|


राहुल के गेम में आए बदलाव ने उनका नाम बना दिया

लोगों ने उनके नियत पर सवाल उठाने शुरू कर दिए| और कहने लगे कि KL Rahul ऑरेंज कैप के लिए खेल रहे हैं ना कि टीम के लिए जो उनका स्लो स्ट्राइक रेट दर्शा रहा है| पर इस बार वो चुपचाप नहीं बैठे और उन्होंने स्ट्रांग स्टेटमेंट दे दिया, जिसको सुन के लोग उन्हें ट्रोल करने लगे लेकिन क्या वो सही में खुद के लिए खेल रहे थे|

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उनके गिरते हुए स्ट्राइक रेट का रीजन पहला तो उनकी गेम में लाया बदलाव था जो वो मिडिल ऑर्डर में खेलने के लिए लाए थे ताकि वो एंकर इंग्स खेल सके और टीम को अच्छे स्कोर तक ले जाएं दूसरा पंजाब किंग्स का मिडिल ऑर्डर अनरिलायबल था| और लगातार 3 साल से राहुल बैटिंग को लीड कर रहे थे| मिडिल ऑर्डर में सपोर्ट ना मिलने की वजह से वो मजबूर हो गए थे एंकर ऑफ इनिशिया के रो को निभाने के लिए|


इसी वजह से उनको गेम एंड तक ले जाना पड़ता था| जहां वो इनिंग्स को एक्सलरेट करते थे राहुल के गेम में आए बदलाव ने ओडीआई में उनका नाम बना दिया था| पर डर था कि कहीं यह बदलाव उनके करियर का दुश्मन ना बन जाए|


जिन यंगस्टर्स ने राहुल को टेस्ट क्रिकेट में रिप्लेस किया था उसमें से एक प्लेयर पिथी शौ का फॉर्म खराब चल रहा था और रोहित शर्मा के एब्सेंट में इंडिया अपने क्राइसिस मैन को याद करती है| और सिलेक्टर्स उन्हें ऑस्ट्रेलिया से होने जाली टेस्ट सीरीज में इंक्लूड कर लेते हैं| पर KL Rahul के टेस्ट टीम में सिलेक्शन से सब खुश नहीं हुए|


पूर्व भारतीय खिलाड़ी और कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने ट्वीट करके इसका विरोध जताना शुरू कर दिया यह कहते हुए कि अगर आप आईपीएल के परफॉर्मेंस के बेसिस में किसी प्लेयर को टीम में वापस बुलाते हो जो प्लेयर लास्ट टेस्ट में फ्लॉप रहा हो तो ये रणजी प्लेयर्स के लिए डी मोटिवेटिवेशन होता है|


राहुल को टेस्ट टीम का वाईस कॅप्टन बना दिया गया 

पर जहा राहुल के टेस्ट क्रिकेट में वापसी के आशार दिखने लगे थे उससे पहले ही उनके सलेक्सन पर बड़े सवाल उठने लगे, सवाल तो उठ ही रहे थे लेकिन नेट्स में प्रैक्टिस करते वक्त उनके रिस्ट में स्प्रिन आ जाता है| और इसकी वजह से वो टेस्ट सिरी से बाहर कर दिए गए| लेकिन ज्यादा दिन उनकी मंजिल उनसे दूर नहीं रह पाती है|


क्योंकि इंग्लैंड टूर पर जारी इंडिया टीम में राहुल को इंक्लूड कर लिया गया उसी टूर में प्रैक्टिस सेशन के दौरान इंडियन ओपनर मयंक अग्रवाल को हेड इंजरी हो गई| जिसकी वजह से उन्हें बाहर कर दिया गया और  KL Rahul को मिलता है वापसी करने का मौका, बेहतरीन टेक्निक और डिसिप्लिन के साथ राहुल ने टेस्ट में जोरदार वापसी की और लॉर्ड्स के मैदान में सेंचुरी बना डाली|

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अपनी क्लासी 129 रन की पारी से उन्होंने लॉर्ड्स के मैदान में भारत का झंडा गाड़ा और वो मैन ऑफ द मैच से नवाजे गए इस जीत से इंडिया का सीरीज जीतने का रास्ता खुल गया कोई भी सिचुएशन कोई भी रिक्वायरमेंट हो राहुल हमेशा इंडिया के सीवियर की तरह खड़े मिलते थे| और इस सेंचुरी से राहुल का टेस्ट फॉर्म वापस आ गया था|


राहुल की वापसी जैसे इंडिया टीम में जान आ गई हो उनका टीम के लिए हमेशा खड़े होने की वजह से जहीर खान ने उन्हें टीम इंडिया का नया राहुल द्रविड़ बता दिया, टीम इंडिया उनमें लीडर देख रही थी इसलिए इस सीरीज के बाद उन्हें टेस्ट टीम का वाइस कैप्टन बना दिया गया और कुछ महीनों बाद फ्रीडम टेस्ट सीरीज के लिए जब इंडिया टीम साउथ अफ्रीका गई तो पहला टेस्ट हुआ सेंचुरियन के मैदान में|


जहां के पिच बैट्समैन को कच्चा खा जाती है, और फास्ट बॉलर्स को फेवर करती है कठिनाइयां कम थी कि सामने खड़े थे साउथ अफ्रीका के बॉलिंग महारथी कगिसो रबाडा और लुंगी अंगुडी, लेकिन राहुल ने फिर साउथ अफ्रीकन बॉलर्स को अपना टेंपरामेंट टाइमिंग दिखानी शुरू की, जिसके बाद आया उनका सेंचुरीयन में बेहतरीन शतक|


2019 से 2021 तक राहुल पंजाब किंग्स के टॉप स्कोरर रहे

KL Rahul की 123 रन की पारी बनी इंडिया की जीत की वजह और वो फिर से बने मैन ऑफ द मैच सेना कंट्रीज में ऐसी परफॉर्मेंसेस उनकी काबिलियत दिखा रही थी| जो मेहनत राहुल पर्दे के पीछे करके आए थे उसका फल उन्हें टेस्ट क्रिकेट में कमबैक से मिल गया था पर इंडिया टीम में उनका रोल फिक्स नहीं था कभी टेस्ट में वो ओपन करते तो कभी मिडिल ऑर्डर में खेलते थे|


ओडीआई में वो मिडिल ऑर्डर को मजबूती दे रहे थे और टी 20 में वो ओपन कर रहे थे| इंडिया टीम को किसी तरह की रिक्वायरमेंट हो चाहे ओपनिंग करनी हो एंकर का रोल निभाना हो विकेट कीपिंग करनी हो मिडिल ऑर्डर में उतरना हो फिनिशिंग का रोल निभाना हो या इंडिया टीम को लीड करना हो राहुल एक वर्सटाइल प्लेयर होने की वजह से इंडिया टीम के साथ खड़े थे|


लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि राहुल जिन्होंने दो साल बाद टेस्ट में कम बैक किया था उनका करियर ऐसा टर्न ले लेगा 2019 से 2021 तक राहुल पंजाब किंग्स के टॉप स्कोरर थे| और अब लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए खेलते हुए वह लीडर होने के साथ-साथ टीम के टॉप स्कोरर थे पर क्रिटिक्स की नजर में वह अभी भी चढ़े रहते थे|


KL Rahul पर पावर प्ले में स्लो खेलने के आरोप लगे फिर से उनके स्ट्राइक रेड पर बातें होने लगी और उनकी टीम जब जीता हुआ मैच हार गई, तो उनके कैप्टन सी पर भी सवाल उठने लगे और हर कोई राहुल को ट्रोल करने लगा था| पर चीजें तो अब शुरू हुई थी इस साल होने जा रहे t-20 वर्ल्ड कप में टॉप ऑर्डर में सब की नजरें थी|


क्योंकि पिछले t-20 वर्ल्ड कप में टॉप ऑर्डर इंपोर्टेंट मैचेस में फेल हो गया था बीते दो सालों में राहुल के t-20 क्रिकेट में इनकंसिस्टेंसी भी आ गई थी इसकी बड़ी वजह थी राहुल की इंजरी 2021 से वो किसी ना किसी प्रॉब्लम से गुजरते आ रहे थे, वो ठीक होते नहीं थे कि और दिक्कत की वजह से वो बाहर हो जाते थे|


मिन्त्रा कंपनी ने भी राहुल को किया ट्रोल 

दो बार दिक्कत इतनी बढ़ गई थी कि उन्हें सर्जरी भी करवानी पड़ गई थी| KL Rahul अब उस जगह खड़े थे जहां अगर वो फेल होते हैं तो शायद ये उनका आखिरी टी20 वर्ल्ड कप भी हो सकता है| पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में राहुल चेस करते हुए सिर्फ चार रन पर आउट हो जाते हैं|

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दूसरे मैच में नीदरलैंड के खिलाफ अंपायर के गलत डिसीजन की वजह से उनकी पारी सिर्फ नौ रन पर सिमट जाती है| साफ-साफ किस्मत राहुल के साथ नहीं थी तीसरे मैच में साउथ अफ्रीका के खिलाफ वो फिर नौ रन पर आउट हो जाते हैं| और वो मैच इंडिया हार जाती है|


तीन मैच में लगातार सिंगल डिजिट पे रहने पर उन्हें सवालों के घेरों में ला ही दिया था| लेकिन वो दो मैचेस जो इंडिया के लिए इंपॉर्टेंट थे सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए उन दोनों मैचेस में राहुल हाफ सेंचुरी मारते हैं| और जब इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में उनसे अच्छी इनिंग्स की उम्मीद थी तो फिर से वो सिंगल डिजिट पर आउट हो गए|


जिसके बाद इंडिया t20 वर्ल्ड कप से बाहर हो गई| इंडिया के बाहर होने से राहुल जमकर ट्रोल होने लगे लोग उनके खिलाफ नफरत फ़ैलाने लगते हैं| कुछ लोग जहां उन्हें ओवररेटेड बुला रहे थे तो कुछ उन्हें बिगेस्ट चोकर का टैग देने लगे, और मिन्त्रा जो फैशन की बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी है, वो तक राहुल को

ट्रोल करने में पीछे नहीं रही सब उनके अगेंस्ट खड़े थे|


और राहुल t-20 टीम से बाहर कर दिए जाते हैं पहले वो ट्रोलिंग झेल रहे थे और अब वो फिर से टीम से ड्रॉप कर दिए गए इस चीज ने उन पर मेंटल प्रेशर बढ़ा दिया था पर इसका असर क्या होगा किसी ने नहीं सोचा था| इतना सब होने के बाद KL Rahul के टेस्ट फॉर्म में भी ट्रॉप आ चुका था|


दिसंबर में जब वो बांग्लादेश के खिलाफ इंडिया टीम को लीड कर रहे थे तब भी उनके बल्ले से रन नहीं निकले और अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो टेस्ट में जब वो परफॉर्म नहीं कर पाए तो उन पर सवाल उठना तो लाजमी हो गया था|


राहुल के प्रति लोगो की नफरत

जहां पूर्व क्रिकेटर मार्क वोर्ग और सुनील गावस्कर KL Rahul की बैटिंग में कमी पॉइंट आउट कर ही रहे थे, तभी वेंकटेश प्रसाद राहुल को जम के क्रिटिसाइज करने लगते हैं| और एक के बाद एक ट्वीट करके उनकी फॉर्म पर सवाल तो उठाते ही हैं| उनके वाइस कैप्टन स ऑफ सिलेक्शन पर भी सवाल उठाते हैं| जो एज अ एक्स क्रिकेटर अपनी टीम के लिए बेस्ट जाना वाजिब है|


पर वो यह भूल गए थे कि उनके किए यह ट्वीट राहुल के तरफ लोगों की नफरत बढ़ा रहे थे| और लोग उनके ट्वीट का यूज कर राहुल को टारगेट करने लगते हैं| चीजें फिर इतनी खराब होने लगती है कि क्रिकेट लेजेंड हरभजन सिंह सामने आके सबसे रिक्वेस्ट करते हैं|


की (इतना ना करिए कि उनकी मानसिकता जो है वो खराब कर दे, हाथ जोड़ के विनती कर रहा हूं कि केएल राहुल जैसे भी खिलाड़ी हैं वो हमारे खिलाड़ी हैं| इंडियन टीम के खिलाड़ी हैं और हमें इस चीज की रिस्पेक्ट करनी चाहिए)


इसके बाद चलते हुए सीरिज से राहुल को ड्रॉप कर दिया जाता है| उसके बाद जब सेन्ट्रल कांट्रैक्ट अनाउंस होता है तो उन्हें ग्रेड ए से ग्रेड बी में डी मोट कर दिया जाता है| जो साफ-साफ सिलेक्शन कम्युनिटी पर उनका गिरता हुआ भरोसा दिखा रहा था|


पहले टी-20 टीम से ड्रॉप होना फिर टेस्ट टीम से एक प्लेयर के लिए बहुत खराब फेज होता है| वो वैसे भी कठीन फेज से गुजर रहे थे| पर लोग इसे और खराब बनाने में लगे थे, जैसे ही आईपीएल शुरू हुआ राहुल की परफॉर्मेंस में कमी आ चुकी थी| उन पर पढ़ते प्रेशर का असर दिखने लगा था|


राहुल के करियर का लोवेस्ट फेज़ 

और जिस मैच में उन्होने रन बनाए भी तो उसमें भी टीम हार गई थी, इसके बाद वेंकटेश प्रसाद फिर से उनके बारे में ट्वीट करने लगते हैं| एक प्लेयर के बारे में बार-बार ट्वीट करना साफ-साफ टारगेट करने जैसा लग रहा था| और लोग इस ट्वीट को पढ़ के राहुल के खिलाफ और नफरत फैलाने लगते हैं|

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पर  KL Rahul के लिए दिक्कत है जैसे खत्म होने का नाम नहीं ले रही थी| आरसीबी के खिलाफ फील्डिंग करते वक्त उन्हें इंजरी हो जाती है पहले तो सबको हैमस्ट्रिंग इंजरी लगने लगी पर वो मैच में कंटिन्यू नहीं कर पाते हैं| इस साल वैसे भी इंडिया के प्लेयर्स के लिए बहुत इंपॉर्टेंट था|


क्योंकि पहले था वर्ल्ड चैंपियनशिप और उसके बाद ओडीआई वर्ल्ड कप इसलिए राहुल उनकी फैमिली और फ्रेंचाइजिंग सब फिंगर क्रॉस करके बैठे थे| पर जब रिपोर्ट आई तो सब दुखी हो गए थे उनकी मसल टियर हो गई थी| और सर्जरी करवाने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं बचा था| कोई चारा ना होने की वजह से उन्हें सर्जरी करवानी ही पड़ती है|


और वो तीन महीने के लिए क्रिकेट से दूर हो जाते हैं, वर्स्ट इंजरी इसलिए थी क्योंकि लोगों की नफरत अभी रुकी नहीं थी| करियर के इस लोवेस्ट फेज में जब उनको लोगों के सपोर्ट की नीड थी तब लोग रुकते नहीं है| और जब सर्जरी के बाद ये इमोशनल नोट लिखते हैं, तो लोग उनकी इंजरी को नाटक बताने लगते हैं|


वो इंजर्ड ज्यादा अच्छे लगते हैं यह लिखने लगते हैं और कभी ना वापस आने की बातें करने लगते हैं| कोई यह नहीं सोच रहा था कि ऐसी नफरत उनकी मेंटल हेल्थ को कितना असर कर सकती है| और हुआ भी वही उन्होंने इंटरव्यू में बताया कि मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैंने इन लोगों के साथ क्या गलत किया है|


इस नेगेटिविटी ने मेरी इंजरी बत्तर कर दी है जो कुछ हुआ है उससे ज्यादा मुझे अंदर से चोट पहुंची है| और मैं अच्छे मेंटल स्पेस प नहीं हूं उनकी बातें उनका दर्द बयां कर रही थी| वो IPL से तो बाहर हो चुके थे वो फिर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप से भी बाहर हो गए थे|


राहुल की लाइफ का सबसे कठिन दौर 

KL Rahul के इस कठिन दौर को लोगों ने और खराब कर दिया था वो तीन-चार हफ्ते तक अपने पैरों पे चल भी नहीं पा रहे थे और धीमे-धीमे सिर्फ वॉकर की मदद से काम करते थे| डॉक्टर ने कह दिया था कि इस इंजरी से रिकवर होने में उन्हें पाच महीने लग जाएंगे क्योकि उनकी मसल टीएन नहीं हुई थी|


उनका वर्ल्ड कप जीतने का सपना टूट गया था वो जानते थे कि वो करियर के उस फेज में खड़े हैं जो शायद ये उनका आखिरी वर्ल्ड कप हो सकता है| इसलिए वर्ल्ड कप जीतने का सपना लिए वो तेजी से रिकवरी में लग गए दिसंबर में इंडिया टीम के मेन विकेट कीपर रिषभ पन्त सीवियर रोड एक्सीडेंट की वजह से हुई इंजरी से जूझ रहे थे|

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जिनका लौटना वर्ल्ड कप तक नामुमकिन था इंडिया को वर्ल्ड कप के लिए एक विकेट कीपर और मिडिल ऑर्डर बैट्समैन की नीड थी इसलिए सिलेक्टर्स की नजरें उनके क्राइसिस मैन राहुल पर टिकी थी| लेकिन रिकवरी के बीच में उनकी इंजरी लैप्स हो गई पर लोगों ने सपोर्ट करना तो छोड़िए उनकी इंजरी के बारे में सुनकर खुश होने लगे|


पर राहुल हार मानने वालों में से नहीं थे वो लगातार अपनी फिटनेस पर काम कर चार महीने बाद टीम में वापसी करते हैं| तभी श्रेयश अयर की इंजरी ने उनके लिए टीम में दरवाजे खोल दिए| और KL Rahul को एशिया कप खेलने के लिए इंडिया टीम में इंक्लूड कर लिया गया|


पर सवाल यह था कि इतना सब झेलने के बाद राहुल इस प्रेशर में सबको गलत प्रूफ कर पाएंगे या फिर उनका सपना अधूरा रह जाएगा| इंडिया के लगातार 123 पर दो विकेट गिर जाते हैं| इस समय इंडिया को एंकर इनिंग्स की जरूरत थी और राहुल जैसे ही बैटिंग करने आते हैं वो अलग लब में खेलने लगते हैं|


12 चौके और दो छक्को की मदद से वो पाकिस्तान के खिलाफ सेंचुरी मार देते हैं| राहुल ने सारे शोर को शांत कर दिया था विराट कोहली के साथ 233 रन की पार्टनरशिप कर वो इंडिया को ऐसे स्कोर पर ले जाते हैं जहां इंडिया पाकिस्तान को हरा देती है|


और बड़े अक्षरों में खबर छपने लगती सेट बैक के बाद कम बैक हो तो ऐसा यह शतक नहीं ऐलान था कि अब वह रुकने वाले नहीं है| और एशिया कप जीतने के बाद व ऑस्ट्रेलिया से हो रही सीरीज में लगातार दो हाफ सेंचुरी मार देते हैं| उनका ओडीआई फॉर्म अलग लेवल पर था|


पर अब इस दाग को मिटाना था जो सिर्फ वर्ल्ड कप से ही मिट सकता था| KL Rahul के टीम में इंक्लूजन ने लोगों को गुस्से मिला दिया था लोग उनके सिलेक्शन को सबसे बड़ी गलती बता रहे थे| लेकिन इतना सब हो जाने के बाद राहुल के पास खोने को कुछ नहीं था पर पाने को सब कुछ था|


और अब सुरु होता है महा मुकाबला 

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और शुरू हुआ वर्ल्ड कप का महा मुकाबला चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में हो रहे मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए इंडिया को 200 रन का टारगेट दे दिया टारगेट देखने में कम लग रहा था पर सामने ऑस्ट्रेलिया थी जो वक्त हालात और जज्बात बदलने की काबिलियत रखती थी|


और जैसे इंडिया की इनिंग स्टार्ट हुई स्टार्क ने पहले ईशान को डक पर आउट किया फिर हेजलवुड ने रोहित को शून्य पर पवेलियन भेजा और क्रीस पौत्र श्रेयस को हेजलवुड ने चलता किया इंडिया के दो ओवर में दो रन पर तीन विकेट हो गए थे|


ऐसी स्टार्ट को देखकर सबको लग गया था कि इंडिया अब हार ना जाए फिर क्रीच पर उतरते हैं KL Rahul जिन पर लोगों का भरोसा नहीं था इस समय इंडिया को एक स्ट्रांग पार्टनरशिप की नीट थी ऐसे पिच ऑस्ट्रेलियन स्पिनर एडम जेंपा के फेवर में थी और वो इंडिया की नीव हिला सकते थे|


पर KL Rahul एक ओवर में तीन चौके मार उन्हें सेटल नहीं होने देते हैं| और कोहली के साथ मिलकर वो इंडिया के लिए 165 रन की पार्टनरशिप बना देते हैं| आठ चौके और दो छक्के मार कर 97 रन बनाव एंकर इनिंग्स खेलते हैं|


और मैच फिनिश करके ऑस्ट्रेलिया के मुंह से जीत छीन के इंडिया के पाले में रख देते हैं| जिसके बाद राहुल को मैन ऑफ द मैच से नवाजा जाता है| इस मैच ने टीम में राहुल की अहमियत दिखा दी थी| पर राह आसान नहीं थी|


क्योंकि ऐसे चैलेंज अभी और आने वाले थे पर KL Rahul राहुल हर चीज के लिए तैयार थे| और सिर्फ बल्ले से नहीं ग्लव्स ऑफ प्रेजेंस ऑफ माइंड से भी कंट्रीब्यूट कर रहे थे| वो बांग्लादेश के खिलाफ पूरी जान लगा के एक बेहतरीन कैच ले लेते हैं| और फिर कोहली के साथ मैच फिनिश करके आते हैं|


राहुल ने इंडिया को बड़ा साइकोलॉजिकल एडवांटेज दिया

कोई भी मैच हो राहुल इंडिया के साथ एंड तक मौजूद थे पर फिर आया है एक और बड़ा मुकाबला इंडिया वर्सेस इंग्लैंड पिछले साल इंग्लैंड ने इंडिया को t-20 वर्ल्ड कप से बाहर कर दिया था| ये घाव अभी भरे नहीं थे कि इंग्लैंड ने फिर इंडिया के 40 पर तीन विकेट गिरा दिए| इस समय इंडिया को एक स्ट्रांग पार्टनरशिप की नीड थी, जो विकेट्स को होल्ड कर सके और रन भी बना सके|


तब KL Rahul आके रोहित के साथ 91 रन की इंपॉर्टेंट पार्टनरशिप बनाते हैं| जो अगले आने वाले बल्लेबाजों के ऊपर से प्रेशर हटा देती है| और इंडिया इंग्लैंड को देती है 230 रन का टारगेट फिर इंडिया के बॉलर्स एक के बाद एक विकेट लेके इंडिया को बड़ी जीत दिलाकर पिछले साल का बदला पूरा कर लेते हैं|


KL Rahul हर वो रोल निभा रहे थे जिसकी इंडिया टीम को नीड थी श्रीलंका के खिलाफ जिस बॉल पर कोई अपील नहीं कर रहा था वहां राहुल ने कैप्टन और बॉलर को कनवेंस करके इंडिया को रेवियु से विकेट दिला दिया राहुल वर्ल्ड कप में अपना बेस्ट देने में लगे थे| चाहे विकेट कीपिंग हो कोई डिसीजन लेना हो या स्कोर बोर्ड में रन बढ़ाने हो|


और वही चीज राहुल सेमी फाइनल में भी करते हैं, सेमीफाइनल में जब इंडिया को न्यूजीलैंड को हराना था तब राहुल की फाइनल ओवर्स में बैटिंग आती है| और न्यूजीलैंड के बॉलर्स ट्रेंड बोल्ट और टीम सऊदी के खिलाफ डेथ ओवर्स में पांच चौके और दो  छक्के मार के लगभग 200 के स्ट्राइक रेट से राहुल 39 रन बना देते हैं|


इंडिया के स्कोर को 400 के करीब ले जाके राहुल ने इंडिया को बड़ा साइकोलॉजिकल एडवांटेज दे दिया था| जिसको चेस करने में न्यूजीलैंड टीम को मजबूर होकर एग्रेसिव क्रिकेट खेलना पड़ता है| और न्यूजीलैंड एक के बाद एक कर विकेट खो देती है और इंडिया वो मैच 70 रन से जीत जाती है|

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KL Rahul दिखा रहे थे कि टीम के रिक्वायरमेंट के हिसाब से वो अपने गेम को चेंज करने की काबिलियत रखते हैं| इस जीत से इंडिया वर्ल्ड कप फाइनल में एंट्री ले लेती है| और सामने आती है ऑस्ट्रेलिया जिसने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल्स में इंडिया को हरा के हमसे ट्रॉफी छीन ली थी|


और फिर से इंडिया को एक अपसेट देने को तैयार हो गई थी| ऑस्ट्रेलिया इंडिया से पहला मैच भले ही हार के आई थी पर हमेशा से ऑस्ट्रेलिया एक चीज में सबसे आगे थी अपने माइंडसेट से इसलिए वो इंडिया को हर हाल में हराने को तैयार थी|


और शुरू होता है बड़ा मुकाबला इंडिया को शुरुआत अच्छी मिली थी पर 81 रन पर इंडिया तीन विकेट खो देती है| ऑस्ट्रेलिया जिस स्ट्रेटेजी और प्लान के साथ उतरी थी वो काम कर रही थी प्लेयर्स को सेटअप करना और ट्रैप में फंसाना ये सब करके वो इंडिया पर डोमिनेट करने लगी|


क्या राहुल की वजह से इंडिया वर्ल्ड कप हारी थी ?

राहुल और कोहली इनिंग्स को डीप ले जाने लगते हैं ताकि स्ट्रांग पार्टनरशिप बना के बाद में एक्सीलरेट कर सके पर ऑस्ट्रेलिया उसमें भी इंडिया को टाइट फील्डिंग से चौके के लिए तरसा रही थी और जैसे ही ये पार्टनरशिप्स 67 पे पहुंचती है कमिंस विराट को उसी बॉल में फंसाते हैं जिस बॉल में वो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में बाल बाल बचे थे|


पर इस बार वो आउट हो जाते हैं विराट के विकेट के बाद प्रेशर इंडिया पर बढ़ता जा रहा था जिसका नतीजा ये होता है कि जडेजा डिफेंस में अपने विकेट को खो देते हैं| और फिर 66 रन पर राहुल भी आउट हो जाते हैं| और इंडिया की पारी 240 पर सिमट जाती है, ये इसको डिफेंडेबल लग रहा था|


क्योंकि इंडिया ने इंग्लैंड को 230 रन का टारगेट देके भी हरा दिया था पर ना ये टीम इंग्लैंड थी और ना यह दिन हमारा था क्योंकि ट्रेविस एडम से वो वर्ल्ड कप ट्रॉफी दूर ले जाते हैं| इंडिया के जिस हाथ में वर्ल्ड कप ट्रॉफी होनी चाहिए थी उस हाथ में था फेलियर पैड कमिंस ने सबको सही में शांत कर दिया था सब दुखी थे|


और हमसे ज्यादा हमारे प्लेयर्स एक तरफ लोग इंडिया टीम को सपोर्ट कर रहे थे तो दूसरी तरफ से राहुल को टारगेट करने लगे और उन्हें स्केप बना उन पर हार का जिम्मा फोड़ने लगे उनकी 66 रन की इनिंग्स को टारगेट करने लगे और उनके खिलाफ फिर से नफरत का मुहीम शुरू हो गया|


पर क्या राहुल की वजह से इंडिया वर्ल्ड कप हारी थी शुरू से ही ऑस्ट्रेलिया की बॉडी लैंग्वेज उनकी स्ट्रेटेजी बया कर रही थी भारतीय बल्लेबाजों को स्लो पिश पर शॉर्ट बॉल कराना वो भी बॉडी पर ताकि वो मजबूर हो जाए डिफेंस या पुल शॉट मारने में उधर एडन जंपा बल्लेबाजों को उस टाइम पर बॉल रख के रूम नहीं दे रहे थे|


KL Rahul और विराट कोई शॉट खेल सके और अगर शॉट पड़ती भी थी तो उनके फील्डर 200% देके बाउंड्री रोक रहे थे| जिस समय राहुल और विराट क्रीच पर आए थे, वो मजबूर थे पार्टनरशिप बिल्ड करने के लिए पर जब टाइम आया एक्सीलरेशन पेडल पर पैर रखने का तो ऑस्ट्रेलिया ने प्लेयर्स को ट्रैप में फंसा बैकफुट पर ढकेल दिया 107 बलों में 66 रन की पारी को जो लोग हार की वजह बता रहे थे|


वो यह भूल गए थे कि इन 66 रनों के बिना इंडिया इं डिफेंडेबल स्कोर पर ना होती राहुल हमेशा टीम के गेम प्लान के हिसाब से मैच में खेलते थे| और उस दिन भी उन्होंने वही किया पर लोगों से सपोर्ट मिलने के बजाय उन्हें मिली नफरत और हार का इल्जाम ऐसे में एक प्लेयर पर हार का इल्जाम लगाना कहां तक सही था|


उस दिन राहुल भी बहुत दुखी थे पर जिस ट्रोलिंग से वह इफेक्ट होने लगे थे वो फिर से उनके पीछे पड़ गई थी| उनका कम बैक भी वर्ल्ड कप के बिना अधूरा रह गया था पर जैसे उनका करियर वापस पटरी पर आता दिख रहा था तभी उनकी जिंदगी एक लूप की तरह चलने लगी|


राहुल के लिए एंबेरेसमेंट का सिर्फ एक पहलू

साउथ अफ्रीका खिलाफ चल रही सीरीज में राहुल ने ऐसी इनिंग्स खेली इसको देख के लोग यह भी भूल गए कि टीम में 10 प्लेयर और भी खेल रहे हैं| और उनकी बनाई सेंचुरी उनके कॉन्फिडेंस को बयां कर रही थी इस सीरीज के बाद जैसे ही पहले टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ उनका बल्ला चला और सबको उनके फॉर्म में कंसिस्टेंसी दिखने लगी|


राहुल को वापस थाई में इंजरी हो गई यह वही इंजरी थी जिसकी वजह से वो पिछले साल लंबे समय के लिए बाहर हो गए थे| और इस बार भी उन्हें टेस्ट सीरीज से विड्रॉ करना पड़ा वो वैसे भी इंडिया के t20 प्लान से बाहर थे t20 वर्ल्ड कप से पहली इंजरी ने उनकी मुश्किलें बढ़ा रही थी|

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महीनों बाद वो इंजरी से रिकवर हो के आ गए थे, और t20 में कम बैक के लिए वो आईपीएल को ऑडिशन की तरह देख रहे थे पर उनका आईपीएल अच्छा नहीं जाने लगा ऊपर से ऐसी चीजें ऑन फील्ड हुई जो किसी ने आज तक नहीं देखी थी सनराइजर हैदराबाद ने सिर्फ 9.4 ओवर में 100 रन का टारगेट चेस कर लिया था|


अभिषेक शर्मा और ट्रेविस हेड ने लखनऊ की धज्जियां उड़ा दी थी पर यह तो राहुल के लिए एंबेरेसमेंट का सिर्फ एक पहलू था मैच खत्म होने के बाद एलएसजी के ओनर राहुल से ऐसी नाराजगी जताते दिखते हैं जो कोई एथलीट ऑन कैमरा झेला नहीं चाहेगा और ऐसे सीन को देखकर हर कोई गुस्सा जाता है|


लोग कहने लगते हैं कि आजत किसी ने एक ओनर को इंडिया टीम के सीनियर प्लेयर को ऐसे ह्यूमिड करते नहीं देखा था सबका कहना था कि नाराजगी बंद दरवाजों के अंदर भी दिखाई जा सकती थी किसी सीनियर प्लेयर को ऐसे ट्रीट करना पूरी तरह गलत था और राहुल इन सब चीजों से इफेक्ट हो रहे थे|


ऊपर से t20 वर्ल्ड का 2024 से भी वो बाहर हो चुके थे इतना काफी नहीं था कि उनके टेस्ट फॉर्म में भी गिरावट आ गई थी और लोगों का गुस्सा  KL Rahul पर फिर से फूटने लगा वो ज्यादा दिन ट्रोलिंग से दूर नहीं रह पाए हरक उनके टेस्ट के एवरेज को देख के उनके टीम में सिलेक्शन पर सवाल उठा रहा था|


राहुल के करियर का आखरी मौका 

और न्यूजीलैंड के खिलाफ चलती सीरीज में उन्हें फिर से ड्रॉप कर दिया जाता है| उनका बीच सीरीज में से ड्रॉप होना यह दिखा रहा था कि इंडिया का फिर से उन पर भरोसा उठ रहा था| पर ओवरसीज मैचेस में अच्छे नंबर्स होने की वजह से राहुल को मौका मिल सकता था| और सिलेक्टर्स ने राहुल को टेस्ट करने के लिए इंडिया A की टीम में शामिल कर लिया|


जहां KL Rahul के फैंस उनसे एक कमबैक की उम्मीद लगा बैठे थे वहां वो ऐसे आउट हो जाते हैं जो देखकर हर कोई चौक जाता है| वो विकेट के सामने क्लूलेस दिख रहे थे और आउट होने के बाद उनका रिएक्शन सबको चिंता जनक लग रहा था| कोई नहीं चाहता था कि बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में राहुल को टीम में शामिल किया जाए|


पर शायद जो भरोसा राहुल विदेशी पिच में देते आए थे वो अभी भी इंडिया को किसी प्लेयर में नजर नहीं आ रहा था| ऊपर से रोहित फैमिली रीजन की वजह से पहले टेस्ट से बाहर हो गए थे| इसलिए इंडिया अपने क्राइसिस मैन को याद करती है| जहां हर कोई उन्हें फेल होते हुए देखना चाहता था|


और उनके टीम के इंक्लूजन पर सवाल उठा रहा था अपने करियर को पटरी पर लाने के लिए राहुल के लिए ये आखिरी मौका होने वाला था पर्थ में हो रहे पहले टेस्ट में जहां एक एक कर इंडिया टीम बिखरने लगती है वहां राहुल मैदान पर टिके रहते हैं| और ऑस्ट्रेलियन बॉलर्स को छका रहते हैं, जिस टफ पिच पर कोई टिक नहीं पा रहा था वो पहली इनिंग्स में 26 और दूसरी में 77 रन का नॉक खेलते हैं|


नंबर्स देखने में छोटे लग रहे होंगे पर जहां बात सर्वाइवल की थी ये नौक बहुत क्रुशल थे और ऑस्ट्रेलिया को पहले टेस्ट में हराने में मदद करते हैं| पर जब दूसरे टेस्ट में रोहित शर्मा टीम में वापसी कर रहा होता हैं तो इंपॉर्टेंट इनिंग्स खेलने के बाद भी सब राहुल को मिडल ऑर्डर में शिफ्ट करने की बात करते हैं|


और अगर कहां जाता तो राहुल टीम के लिए वो भी करने को तैयार हो जाते लेकिन व भी टीम के ऑर्डर को डिस्टर्ब नहीं करना चाहते थे| और सेल्फलेस होके वो टीम इंडिया के लिए नंबर छह पर उतरने को तैयार हो जाते हैं| पिंक बॉल्स से टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया पूरी तरह डोमिनेट कर रही थी| इस कठिन मैच में राहुल टीम के लिए फाइट बैक करते हैं|


KL Rahul ने सबसे कठिन घड़ी पर कम बैक किया

लेकिन ऑस्ट्रेलिया इंडिया को बुरी तरह हरा देते है एक-एक से टेस्ट सीरीज बराबर हो चुकी थी और गाबा में तीसरा टेस्ट होने वाला था| यहां जब हर कोई इंडिया से अच्छी परफॉर्मेंस की उम्मीद रख के आया था वहां फिर से टॉप ऑर्डर फेल होने लगा सिंगल डिजिट में आउट होए टॉप ऑर्डर के बीच राहुल ऑस्ट्रेलियन बॉलर्स के नाक में दम करने लगते हैं|

Credit @India Today


वो भले ही 84 रन पर आउट हो जाते हैं पर वो लोन वॉरियर की तरह इंडिया के लिए लड़ते रहते हैं| और अपने इस इनिंग से इंडिया को बड़े एंबेरेसमेंट से भी बचा लेते हैं| और ऐसे ही आगे कुछ भी होता है जैसे भी सिचुएशन आती है राहुल लड़ेंगे जैसे वो हमेशा करते आए हैं पर शायद इस बार भी अगर कुछ गलत हो जाएगा तो हर बार की तरह कोई ना कोई वजह लोग ढूंढ ही लेंगे राहुल पर ब्लेम डालने के लिए|


और सब भूल जाएंगे कि KL Rahul ने टीम के लिए क्या-क्या नहीं किया है| एक प्लेयर जो हमेशा इंडिया टीम को अपने ऊपर रखता रहा, इंडिया टीम की कोई भी नीड हो कैसी भी नीड हो वो इंडिया टीम के हिसाब से अपने रोल को बदलता रहा चाहे टॉप ऑर्डर में खेलना हो मिडल ऑर्डर में खेलना हो विकेट कीपिंग करनी हो या कोई और भी रोल निभाना हो वो अपने गेम को चेंज करते गए|


पर बदले में उन्हें मिला क्या सब लोगों उन्हें अंडर एस्टिमेट करते रहे उन पर आरोप लगाते रहे कि वो टीम के लिए नहीं खुद के लिए खेलते हैं| और उनके खिलाफ बे हिसाब ट्रोलिंग का नफरत फैलाते रहे, इस हद तक कि उन पर इतना मेंटल प्रेशर बढ़ गया कि उसका असर उनकी परफॉर्मेंस तक पर आने लगा एक स्ट्रगलिंग क्रिकेटर के लिए सबसे हार्ड पार्ट होता है|


बेहिसाब नफरत और नेगेटिव ऑपिनियंस के बीच रोज उठके खुद को मोटिवेट करना कि बस एक शॉट या एक विकेट की नीड है जो उसके रिदम को वापस ले आए KL Rahul ने सबसे कठिन घड़ी पर कम बैक किया और वर्ल्ड कप में अच्छा परफॉर्म भी किया तब भी इंडिया का हार का ब्लेम उन पर ही डाल दिया गया|


और उन्हें बली का बकरा बना सारा इल्जाम उनकी इनिंग्स पर डाल दिया गया| जो पूरी तरह से गलत था जिस तरह राहुल द्रविड़ सालों तक इंडियन बैटिंग के प्लेयर बनके खड़े रहे, वो टफ वर्क करते रहे जो कोई औरन नहीं कर पाया और इंडियन क्रिकेट को नए मुकाम पर ले गए| उनके फुट स्टेप पर चल KL Rahul भी चुपचाप टीम की एक्सपेक्टेशन का बोझ उठाते जा रहे हैं|


और पर्सनल एंबिशन को दर किनारे कर इंडिया टीम के क्राइसिस मैन बनकर खड़े रहते हैं| पर शायद कल थोड़ा भी गलत होगा सब लोग उनके सैक्रिफाइस और कंट्रीब्यूशन को भूलकर फिर से उन्हें नफरत का शिकार बना ही लेंगे और फिर उन्हें उस गड्ढे में डकने में लग जाएंगे जिससे लौटना शायद इस बार मुश्किल होगा|




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